अत्याचार एवं बुराई के प्रतीक रावण का दहन शहर के दशहरा मैदान पर हजारों दर्शकों की मौजूदगी में श्रीराम के सत्य रूपी बाणों से किया गया। छोटी बाजार से चल समारोह निकला जिसमें रामायण के मुख्य किरदार शामिल हुए। दहशरा मैदान पहुंचने पर राम-लक्ष्मण और हनुमान जी की आरती उतारी गई। मंच पर श्रीराम-रावण के बीच प्रतीकात्मक युद्ध का मंचन किया गया। निर्धारित समय 6.30 बजे रावण के पुतले की ओर श्रीराम ने अग्नि तीर चलाया। तीर लगते ही रावण रूपी बुराई का दहन होने लगा। दशहरा मैदान पर आयोजित इस कार्यक्रम में हजारों लोग शामिल हुए। इसी दिन जगह-जगह शस्त्र पूजन किया गया।