ये भी पढ़ें: मुस्लिम मतदाताओं ने कर डाला बड़ा खेला ! अपना नहीं बना सकी भाजपा, क्यों ? वर्ष 1997 के उपचुनाव में भाजपा के स्व. सुंदरलाल पटवा ने कमलनाथ को हराया था। उसके बाद से 2019 तक फिर यह सीट नाथ परिवार के पास रही। तब से भाजपा को बड़ी जीत का इंतजार था। वर्ष 2024 के इस लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 27 साल बाद यह एतेहासिक विजय हासिल की। इस चुनाव में भाजपा की जीत का प्रमुख कारण नकुलनाथ के प्रति नाराजगी सामने आई है।
फलोदी सट्टा बाजार की भविष्यवाणी सच ! (Phalodi Satta Market Prediction)
हालांकि रिजल्ट के बाद फलोदी सट्टा बाजार की भविष्यवाणी भी सच साबित हुई। फलोदी सट्टा बाजार ने भविष्यवाणी की थी कि छिंदवाड़ा, राजगढ़ में इस बार के नतीजे चौंकाने वाले साबित हो सकते हैं और वैसा ही हुआ। दोनों ही सीटों पर कमल खिला है। वहीं सट्टा बाजार ने भाजपा के खाते में 26 और कांग्रेस के खाते में तीन सीटें आने की बात कह रहा था, जो कि सच नहीं हुआ है। मध्यप्रदेश में पूरी 29 सीटों पर भाजपा की जीत हुई है। इस सीट पर यहां भाजपा के विवेक बंटी साहू ने कांग्रेस के नकुलनाथ को लगभग एक लाख 13 हजार वोटों से हरा दिया है। इसी के ही भाजपा ने कांग्रेस के गढ़ का ढहा दिया है।