ये बात पेंच टाइगर रिजर्व (Pench Tiger Reserve) के टुरिया में हो रहे तीन दिवसीय मोगली बाल उत्सव (Mogli Utsav) में शामिल होने पहुंचे भोपाल, उज्जैन, बड़वानी, झाबुआ, रायसेन और कई जिलों के बच्चों ने कही। प्रदेश के सभी 55 जिलों के 232 प्रतिभागी बालक-बालिका मोगली उत्सव का हिस्सा बनने जा रहे हैं।
पेंच के कोर एरिया में सुबह 6 से 11 बजे तक सफारी का मौका
पेंच टाइगर रिजर्व के क्षेत्रीय अधिकारी नरेश पाटीदार ने बताया कि मोगली उत्सव के लिए पेंच प्रबंधन ने जरूरी तैयारी पूरी कर ली है। पेंच के कोर एरिया में सुबह 6 से 11 बजे तक प्रतिदिन मोगली उत्सव के 117 प्रतिभागी बच्चे व मार्गदर्शी शिक्षक जंगल सफारी पर जा सकेंगे।
एक-एक जिप्सी में 6-6 प्रतिभागी बैठेंगे। इनके साथ एक गाइड होगा, जो पेंच के वन और वन्यप्राणियों से जुड़ी विशेषताओं के बारे में बताएंगे। इसके साथ ही प्रतिदिन पेंच के खवासा बफर एरिया में नेचर टे्रल में बच्चे जाएंगे।
बच्चों की सुरक्षा का जिम्मा पुलिस और प्रशासन पर
पेंच के जंगल में प्रदेश भर से बच्चों, मार्गदर्शी शिक्षक-शिक्षिका एवं आयोजन में शामिल अधिकारी-कर्मचारियों के ठहरने की व्यवस्था टुरिया गेट के नजदीक रिसोर्ट में की गई है। यहीं प्रतिदिन के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।
पूरे आयोजन के दौरान सुरक्षा के लिहाज से पेंच टाइगर रिजर्व का अमला तो जंगल सफारी के दौरान अलर्ट रहेगा ही, इसके अलावा कलेक्टर संस्कृति जैन ने प्रशासनिक व शिक्षा विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय कर तैनात किया है। वहीं पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मेहता ने भी पुलिस की तैनाती की गई है, ताकि सुरक्षा इंतजाम में कोई कमी न रहे।
तीन ग्रुप में बांटे जाएंगे प्रतिभागी बच्चे
मोगली उत्सव में प्रतिभागी बच्चों को तीन ग्रुप बालू, बघीरा और का में बांटकर क्रम से जंगल सफारी, हेवीटेट सर्च, ट्रेजर हंट में ग्रुप शामिल कराया जाएगा।
प्रतिदिन अलग-अलग ग्रुप को अलग-अलग गतिविधि में शामिल होने का अवसर मिलेगा। पेंच में एप्को, बायो डायवर्सिटी के साथ वन और वन्यप्राणियों पर आधारित क्विज का आयोजन होगा। जो प्रतिभागी सवालों के सही जवाब देंगे, उन्हें तुरंत पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अलावा आदिम जाति कल्याण विभाग के माध्यम से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी।