समितियों को भी जोड़ा जाएगा मिशन से
जिले के आदिवासी क्षेत्रों में अभी भी किसान इन अनाज को ले रहे हैं, लेकिन बेहद कम क्षेत्र में। यदि उन्हें इनकी खेती करने के लिए पर्याप्त सुविधाएं मुहैया हों तो इसका रकबा जिले में और बढ़ सकता है। उन्होंने इन फसलों का उत्पादन बढ़ाने और जैविक रूप में इन फसलों का उत्पादन बढ़ाने पर विशेष जोर देने को कहा। अधिकारियों से मुख्यमंत्री ने कहा कि इनका उत्पादन किस तरह हो और शासकीय संस्थाओं के साथ समितियों को इस मिशन से किस तरह जोड़ा जाए, इसकी पूरी योजना बनाई जाए। जिले में छोटे अनाज का उत्पादन बढ़ाने के लिए कार्य कर रही एक संस्था के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि वे और उनकी संस्था किसानों द्वारा उत्पादित अनाज की मार्केटिंग करने के लिए भी तैयार हैं। किसान जो फसल अपने क्षेत्रों में लेंगे उसे उनकी संस्था खुद भी खरीदने के लिए तैयार है।