एक शादी में न्यूनतम दो लाख का खर्च
महंगाई के जमाने में जब खाद्य पदार्थ समेत अन्य सेवाओं में मूल्य वृद्धि हुई है, उससे शादी का न्यूनतम खर्च दो लाख रुपए पहुंच गया है। इसमें लॉन का किराया, भोजन और डेकोरेशन की राशि शामिल है। ये तो गरीब और निम्न मध्यम वर्ग की शादी का आंकलन है। कहा जा रहा है कि यदि निगम के मेरिज लॉन निर्माण हो जाए और रियायती दर पर मिल जाए तो कम से कम लॉन किराया के बजट को कम किया जा सकता है।
सामाजिक भवन, लॉन, होटल समेत 150 स्थल
शहर के 48 वार्डों में शादी-ब्याह करने सामाजिक भवन, लॉन, होटल, सामुदायिक भवन समेत 150 स्थल है। जिनमें हर विवाह मुहुर्त में शादी हो रही है। कुछ विवाह स्थल पर भोजन व डेकोरेशन समेत अन्य सुविधाएं है तो कुछ में विवाह-डेकोरेशन का इंतजाम करना पड़ता है।
नगर निगम की ओर से शहर के चारों तरफ मेरिज लॉज का संकल्प पारित किया गया है। निगम की ओर से प्रशासन से इसकी जमीन मांगी गई है। इसके मिलते ही लॉन का निर्माण होगा। इसे गरीब परिवारों को रियायती दर पर दिया जाएगा।
-धर्मेन्द्र सोनू मागो, अध्यक्ष नगर निगम