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जन्मस्थली को विशेष रूप से सजाया जा रहा
जिला अस्तपाल के सामने उनकी जन्मस्थली को भी विशेष रूप से सजाया जा रहा है। रंग रोगन के साथ आगंतुकों की व्यवस्था, पूजा अर्चना और साधना के लिए बने हॉल में भी जन्मोत्सव को तैयार किया जा रहा है। इस साल श्रीमाताजी का ९५वां जन्मदिवस मनाया जाएगा।
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भजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे
१९ और २० मार्च को विभिन्न सत्रों में पूजा-अर्चना, सहजयोग, भजन प्रस्तुतियों और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इस बीच सहजयोग पर आधारित विशेषज्ञ वक्ता भी श्रीमाताजी के जीवन दर्शन और अध्यात्म पर व्याख्यान देगे। सहजयोग ट्रस्ट के राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले साधक अनेकता में एकता का संदेश देंगे।
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नेपाल, भूटान से भी आएंगे अनुयायी
छिंदवाड़ा में होने वाले आयोजन में कई विदेशी भारतीयता के रंग में रंगे दिखते हैं। उनका यह बदला रूप शहरवासियों के लिए कौतूहल का विषय रहता है। इस बार भी कई देशों के नागरिक और सहयोग से जुड़े विदेशी छिंदवाड़ा आएंगे। मिली जानकारी के अनुसार अब तक ५० विदेशी अनुयायियों ने अपने आने की सूचना पहुंचा दी है। इस बार २०० से ज्यादा विदेशी मेहमान माताजी के जन्मोत्सव में अपनी उपस्थिति देंगे। रशिया, चीन, अमेरिका, नेपाल, स्वीडन, इंग्लैंड आदि देशों के सहजयोगियों के लिए अलग से रहने की विशेष व्यवस्थाएं की जा रही है।