60 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर 56 सौ महिलाएं बाहर
इस योजना की शर्त के मुताबिक इसके योग्य होने के लिए 21 वर्ष से 60 वर्ष की आयु की महिलाएं होना चाहिए। इस डेढ़ साल में जिले की 5660 महिलाएं 60 वर्ष की आयु से अधिक होने पर बाहर हो गई हैं। इसके अलावा दूसरे कारण से भी करीब 4500 महिलाएं अपात्र हुई हैं।
3.98 लाख महिलाओं को मिलेंगे 47.90 करोड़
जिले में मौजूद 3.98 लाख लाड़ली बहनों को सरकार की तरफ से 1250 रुपए मासिक किस्त के हिसाब से 47.90 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। पिछले 17 माह से जारी इस किस्त का औसत देखा जाए तो करीब 800 करोड़ रुपए अकेले छिंदवाड़ा-पांढुर्ना जिले की महिलाओं के खाते में आ चुके हैं। एक महिला सरकार से अब तक 20 हजार रुपए की राशि प्राप्त कर चुकी है। ये राशि उनके जीवन में आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के साथ नया उजाला कर सकती है। - 60 वर्ष की आयु पूर्ण होने से गिरी लाड़ली बहनों की संख्या
- नौ हजार अपात्र, अब केवल 3.98 लाख महिलाएं ले रहीं मासिक किस्त 1250 रुपए
छिंदवाड़ा.
योजना से बाहर होने की वजह
- लाड़ली बहना में प्राप्त आवेदन- 407038
- 60 वर्ष आयु पूर्ण करने वाली महिलाएं- 5660
- कुछ अन्य कारण से अपात्र महिलाएं- 690
- महिलाओं ने लाभ का परित्याग किया- 838
- कुल मृत महिलाओं की संख्या- 266
- समग्र से डिलीट महिलाओं की संख्या- 375
- आधार से समग्र से डिलिंक महिलाएं-4 57
- निराकरण में शेष आपत्तियों की संख्या- 05