सुरक्षा के मानकों पर उतरना है खरा सुरक्षा को लेकर सीआरएस इतवारी से केलोद कुल 48 किमी रेलमार्ग की जांच करेंगे। निरीक्षण के दौरान उन्हें कोई खामी मिली तो फिर रेलमार्ग को सर्टिफाइड नहीं किया जाएगा। यानी सीआरएस द्वारा बताई गई खामी को गेज कन्वर्जन विभाग को दूर करना होगा, फिर सीआरएस निरीक्षण करेंगे। फिर सीआरएस निरीक्षण करेंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि गेज कन्वर्जन विभाग को समय रहते स्पीड ड्रायल कर लेना चाहिए। ऐसे में जो भी कमी है उसे सीआरएस के आगमन से पहले दूर किया जा सकता है।