छिंदवाडा के चौरई के पूर्व विधायक चौधरी गंभीर सिंह का हृदय गति रुक जाने से निधन हो गया। शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे वे अपने घर में चाय पी रहे थे तभी दिल का जबर्दस्त दौरा पड़ा। पूर्व विधायक चौधरी गंभीर सिंह के बेटे उन्हें अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टर ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
एमपी के वरिष्ठ कांग्रेस नेता का निधन, राजीव गांधी के बेहद करीबी थे प्रदेश के पूर्व मंत्री पूर्व विधायक के निधन से चौरई विधानसभा के साथ ही पूरे छिंदवाड़ा जिले में शोक की लहर दौड़ गई। शाम को उनका अंतिम संस्कार किया गया। छिंदवाड़ा के सांसद विवेक बंटी साहू और पूर्व सांसद नकुलनाथ ने पूर्व विधायक चौधरी गंभीर सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। सांसद ने कहा कि उनके निधन से छिंदवाड़ा के राजनीतिक जगत को बड़ी क्षति हुई है।
चौधरी गंभीर सिंह छिंदवाड़ा की राजनीति के जाना पहचाना चेहरा थे। अपने राजनैतिक कैरियर की शुरुआत में ही वे कांग्रेस से जुड़ गए थे और कमलनाथ के खासे करीबी थे। राजनीति सफर की शुरुआत में वे 1995 में जिला पंचायत उपाध्यक्ष बने। 1998 में चौधरी गंभीर सिंह ने कांग्रेस की टिकट पर चौरई से विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीतकर विधायक भी बन गए। हालांकि वे दोबारा विधायक नहीं बन सके। बाद में चौरई से लड़े दोनों विधानसभा चुनावों में वे हार गए।
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान पूर्व विधायक चौधरी गंभीर सिंह कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे। उन्होंने कमलनाथ से नाराजगी के कारण अपने कई साथियों के साथ पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा ज्वाइन कर ली थी।