दशमलव तक मिलेगा सटीक बिल
बिजली कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि स्मार्ट मीटर में बेहद अपग्रेड तकनीक है। यह प्रत्येक माह तय समय में स्वत: रीडिंग लेकर कंट्रोल रूम तक भेज सकता है। अभी तक रीडिंग में दशमलव इस्तेमाल नहीं होता था। अब जिस समय रीडिंग दर्ज होगी, वह दशमलव के साथ, एक-एक बिंदु तक कंट्रोल रूम तक जाएगी। पूरी तरह सटीक रीडिंग दर्ज होगी, जिसमें मानवीय भूल होने की संभावना न के बराबर होगी।वास्तविक उपयोग को कर सकता है ट्रैक
स्मार्ट मीटर लगाने के साथ ही उपभोक्ता अपने घर में इस्तेमाल होने वाली बिजली खपत को ट्रैक कर सकते हैं। यह बिजली खपत के बजट को बनाने में काफी उपयोगी साबित हो सकता है। कभी-कभी रीडिंग में अचानक उछाल को मिनट दर मिनट दर्ज कर उस उपकरण को ट्रैक कर सकते हैं, जिसकी खराबी की वजह से रीडिंग अचानक अनियमित हो गई हो। उसे हटाकर, बिजली खपत को कम किया जा सकता है। प्रत्येक स्मार्ट मीटर पर एक डिजिटल डिस्प्ले आता है जिससे आप अपने द्वारा उपयोग की जाने वाली ऊर्जा की अप-टू-डेट जानकारी की जांच कर सकते हैं। इनका कहना है
शहर संभाग अंतर्गत 67,000 हजार बिजली उपभोक्ताओं के घर-प्रतिष्ठानों के मीटर बदले जाने हैं। 61 हजार मीटर स्मार्ट हो चुके हैं। 6000 मीटर दिसंबर माह में बदल दिए जाएंगे।
शरद बिसेन, कार्यपालन अभियंता शहर संभाग
शहर संभाग अंतर्गत 67,000 हजार बिजली उपभोक्ताओं के घर-प्रतिष्ठानों के मीटर बदले जाने हैं। 61 हजार मीटर स्मार्ट हो चुके हैं। 6000 मीटर दिसंबर माह में बदल दिए जाएंगे।
शरद बिसेन, कार्यपालन अभियंता शहर संभाग