चारों जिलों से ले रहे मदद
विश्वविद्यालय द्वारा समय पर उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कराने के लिए संबद्ध चारों जिलों सिवनी, बालाघाट, बैतूल एवं छिंदवाड़ा के नोडल कॉलेज से मदद ली जा रही है। 10 से अधिक टीम बनाकर इस पर निगरानी की जा रही है। इसके अलावा जबलपुर में भी विषय विशेषज्ञों से सहयोग लेकर मूल्यांकन कार्य कराया जा रहा है।
विश्वविद्यालय द्वारा समय पर उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कराने के लिए संबद्ध चारों जिलों सिवनी, बालाघाट, बैतूल एवं छिंदवाड़ा के नोडल कॉलेज से मदद ली जा रही है। 10 से अधिक टीम बनाकर इस पर निगरानी की जा रही है। इसके अलावा जबलपुर में भी विषय विशेषज्ञों से सहयोग लेकर मूल्यांकन कार्य कराया जा रहा है।
त्रुटियां सामने होने पर विद्यार्थियों ने किया था विरोध
तीन माह पहले स्नातक प्रथम वर्ष का रिजल्ट विश्वविद्यालय ने घोषित किया था। इसमें कई त्रुटियां सामने आई थी। कई विद्यार्थियों को एक समान अंक दे दिए गए थे। कई विद्यार्थियों को प्रेक्टिकल में अंक ही नहीं मिले थे। ऐसे में विद्यार्थियों ने काफी विरोध जताया था। विश्वविद्यालय ने टीम गठित कर मामले की जांच कराई। इसमें पता चला कि स्नातक प्रथम वर्ष में नई शिक्षा नीति के तहत ग्रेडिंग सिस्टम सहित अन्य वजहों से यह सब समस्या आई। हालांकि दोबारा ऐसी त्रुटि की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए विश्वविद्यालय ने पहले ही व्यवस्थाएं बना ली हैं।
तीन माह पहले स्नातक प्रथम वर्ष का रिजल्ट विश्वविद्यालय ने घोषित किया था। इसमें कई त्रुटियां सामने आई थी। कई विद्यार्थियों को एक समान अंक दे दिए गए थे। कई विद्यार्थियों को प्रेक्टिकल में अंक ही नहीं मिले थे। ऐसे में विद्यार्थियों ने काफी विरोध जताया था। विश्वविद्यालय ने टीम गठित कर मामले की जांच कराई। इसमें पता चला कि स्नातक प्रथम वर्ष में नई शिक्षा नीति के तहत ग्रेडिंग सिस्टम सहित अन्य वजहों से यह सब समस्या आई। हालांकि दोबारा ऐसी त्रुटि की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए विश्वविद्यालय ने पहले ही व्यवस्थाएं बना ली हैं।
इनका कहना है…
जून माह में सभी रिजल्ट जारी करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। दो दिन बाद कुछ विषयों के रिजल्ट भी जारी कर दिए जाएंगे। मूल्यांकन कार्य में चारों जिलों के नोडल कॉलेज से मदद ली जा रही है। इस बार त्रुटि न हो इसका विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
मेघराज निनामा, कुलसचिव, आरएसएस विवि, छिंदवाड़ा