बढ़ी ठिठुरन, गरीबों के पास नहीं पहुंचे कंबल कड़ाके की ठंड में रात का पारा दस डिग्री तक पहुंच रहा है, लेकिन अभी तक बस स्टैंड, स्टेशन में रहने वाले गरीब-बेसहारा लोगों की सुध किसी ने नहीं ली है। इस समय उन्हें कम्बलों की जरूरत है। प्रशासन के साथ ही किसी भी समाजसेवी संस्था ने इसकी पहल नहीं की है। पिछले एक सप्ताह से उत्तर भारत में जारी बर्फबारी से दिन-रात के तापमान में कमी आई है। एेसे माहौल में बस स्टैंड, स्टेशन समेत अन्य सार्वजनिक स्थलों में रहने वाले रिक्शा चालक, भिक्षुओं समेत अन्य गरीब वर्ग की फजीहत हो गई है। गर्म कपड़े के अभाव में उन्हें ठिठुरते देखा जा सकता है। जिला मुख्यालय में यह परम्परा रही है कि कोई भी समाजसेवी संस्था, बड़े धनाड़्य या फिर प्रशासन से जुड़ी रेडक्रॉस सोसाइटी गरीबों को कम्बल वितरण करती है। गरीबों के हित में इस मांग पर रेडक्रॉस समिति के सचिव का ध्यान दिलाया गया तो उन्होंने कहा कि वे सम्बंधित अधिकारियों से बातचीत कर कम्बल बांटने की पहल करेंगे।