बजट में इस बार इनकम टैक्स स्लैब को लेकर बड़ी घोषणा की उम्मीद लगाई जा रही है। लोगों को उम्मीद है कि इनकम टैक्स स्लैब में परिवर्तन होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि आयकर में रियायत का स्लैब पांच लाख किया जा सकता है। इसके अलावा किसान सम्मान निधि में बढ़ोतरी की भी उम्मीद जताई जा रही है। कृषि क्षेत्र में वृद्धि दर बढ़ाने के लिए बजट में कुछ और प्रावधान किए जा सकते हैं।
किसानों के साथ-साथ युवाओं और महिलाएं बजट से काफी उम्मीद लगाए बैठी हैं। युवाओं को उम्मीद है कि शिक्षा, रोजगार को लेकर बड़ी घोषणा हो सकती है। वहीं महिलाओं के लिए चल रही लखपति दीदी योजना में भी कुछ नया देखने को मिल सकता है। माइक्रो और स्माल बिजनेस के जरिए अर्थव्यवस्था को बूस्टर डोज देने के लिए भी सरकार इस बजट में विशेष प्रावधान कर सकती है।
छिंदवाड़ा में कोयला खदान धीरे-धीरे बंद हो रही है। ऐसे में यहां रोजगार को लेकर छोटे-छोटे उद्योग की जरूरत है। बजट में उम्मीद है कि सरकार इन बिन्दु पर पहल करेगी। इसके अलावा ट्रेन सुविधाएं सीमित हैं। कई ऐसी परियोजना है जो बजट के अभाव में अटकी हुई हैं या फिर उनका बजट कम कर दिया गया है। सरकार को इस पर भी ध्यान देना होगा। शिक्षा में छिंदवाड़ा पिछड़ रहा है। स्कूलों की हालत दयनीय है। शिक्षकों की काफी कमी है। स्वास्थ्य व्यवस्था भी लडखड़़ाई हुई है। सुविधाओं का अभाव है। डॉक्टरों की भी प्रर्याप्त संख्या नहीं है। इसके अलावा नौकरीपेशा, किसान, महिलाएं, बुजुर्ग, व्यापारी, युवा, विद्यार्थी इन सभी वर्गो को बजट से खास उम्मीद है।
उम्मीद है कि इनकम टैक्स की धारा 80 सी के तहत छूट का दायरा 1.5 लाख रुपए सालाना से ज्यादा किया जा सकता है। अगर ऐसा किया जाता है तो पीपीएफ से लेकर इंश्योरेंस के तहत दी जाने वाली टैक्स छूट ज्यादा हो जाएगी, जिसका सीधा लाभ मध्यम वर्ग और वेतनभोगी कर्मचारियों को मिलेगा।
केन्द्र सरकार इस बार के बजट में इनकम टैक्स छूट को लेकर ऐलान कर सकती है।
राहुल निर्मलकर, कर अधिवक्ता