स्कूटी खराब होने की जानकारी 100 डायल पर दी तो वाहन में पदस्थ आरक्षक मुकेश जाट, पायलट गितेंद्र पवार ने उमरानाला से मैकेनिक को लिया तथा स्कूटी सुधारने पहुंच गए। कुछ देर में मैकेनिक ने स्कूटी सुधारी तथा महिला व उसकी बेटी को अंधेरा होने से पहले सिल्लेवानी से रवाना किया। एक कॉल पर सहायता मिलने पर महिला व उसकी बेटी ने 100 डायल में पदस्थ आरक्षक व पायलट का आभार व्यक्त किया। स्टॉफ के स्वविवेक व सराहनीय कार्य की जिले के पुलिस अधिकारियों व भोपाल 100 डायल के अधिकारियों ने प्रशंसा की है।