किसानों के बच्चों को मिले आरक्षण छिंदवाड़ा. लघु और सीमांत किसान परिवार के बच्चों को भी शासकीय सेवाओं में आरक्षण प्रदान किया जाना चाहिए। भारत कृषक समाज के अध्यक्ष चौधरी पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि लघु और सीमांत किसान के पास पांच एकड़ से कम कृषि भूमि परिवार के पढ़े लिखे युवाओं को नौकरियों में आरक्षण लागू किया जाना चाहिए। देश कृषि पर निर्भर है और किसान परिवार प्राकृतिक आपदा- ओलावृष्टि, अतिवृष्टि, कोहरा, पाला, सूखा और अन्य बीमारियों से फसलों को भारी नुकसान होता है और देश का किसान कर्ज में डूबा हुआ है । ऐसी परिस्थिति में गरीब किसान परिवार के बच्चों को भी आरक्षण का लाभ दिया जाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि मुश्किल से छोटे कृषक अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दे पाते हैं और उसके बाद में रोजगार प्राप्त नहीं होने से किसान परिवार परेशान होता है। उन्होंने इस सम्बंध में भारत कृषक समाज की ओर से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित सम्बंधित विभाग व अन्य जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन प्रेषित किया है।
उन्होंने बताया कि मुश्किल से छोटे कृषक अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दे पाते हैं और उसके बाद में रोजगार प्राप्त नहीं होने से किसान परिवार परेशान होता है। उन्होंने इस सम्बंध में भारत कृषक समाज की ओर से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित सम्बंधित विभाग व अन्य जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन प्रेषित किया है।