यह प्राकृतिक स्थल गरियाबंद जिले में है। राजधानी से इसकी दूरी 80 किमी है। यहां के लिए सीधे बस सेवा तो नहीं है, लेकिन छुरा या फिंगेश्वर तक यात्री बस से जा सकते हैं। बेहतर हो आप खुद का वाहन लेकर जाएं।
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त्तीसगढ़ राज्य के मध्य स्थित जतमई और घटारानी एक धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध हैं। इन दोनों स्थानों का महत्व धार्मिक, ऐतिहासिक और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से अत्यधिक है।
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जतमई-घटारानी राजधानी रायपुर से केवल 87 किलोमीटर को दूरी पर स्थित है इसलिए यह क्षेत्र पिकनिक स्पॉट के रूप में भी प्रसिद्द है।
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जतमई मंदिर का निर्माण लगभग 20वीं शताब्दी में हुआ माना जाता है। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, इस मंदिर का निर्माण ग्रामीणों ने मिलकर किया था।
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जतमई मंदिर गरियाबंद जिले के दक्षिण में स्थित एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर जतमई माता को समर्पित है, जो हिंदू धर्म की देवी दुर्गा का एक रूप हैं।
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गंगरेल डेम के तट पर स्थित प्राकृतिक स्थल ओना कोना बालोद जिले में है। यह स्पॉट राजधानी से 105 किलोमीटर दूर है।
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गंगरेल डैम के एक छोर की पहाड़ी के नीचे बसा ओनाकोना चारों ओर हरियाली से सराबोर है। ओनाकोना शिव मंदिर के लिए प्रचलित है।
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ओना-कोना' छत्तीसगढ़ के एक कोने में बसा ये भव्य मंदिर बालोद जिले से लगभग 35 से 40 किलोमीटर दूर NH-30 जगदलपुर रोड में स्थित है। माना जाता है कि ये गंगरेल का अंतिम छोर भी है। @ताबीर हुसैन