बच्चों ने समझा मदद करने का महत्व,अपनी जरूरत के कपड़े लेते जरूरतमंद ,अपनी जरूरत के कपड़े लेते जरूरतमंद
छतरपुर. शहर के गरीब बस्तियों में रहने वाले परिवारों को भीषण सर्दी के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे लोगों को सर्दी के दिनों में भी झोपडिय़ों में रहना पड़ रहा है और वह परेशानी व समस्याओं के बीच अपना जीवन यापन कर रहे हैं। ऐसे में पत्रिका की ओर रविवार को इस परिवारों को नए व पुराने कपड़े उपलब्ध कराए गए। इस दौरान टीम व अन्य स्थानीय लोगों ने झोपड़ी में रहने वालों के बीच में पहुंचकर उनकी समस्याओं को समझा और अपने बच्चों को साथ ले जाकर उन्हें जरूरतमंदों की ममद के लिए पे्ररित किया।
पत्रिका के तत्वावधान में रविवार को सुबह करीब एक सैकडा से अधिक नए व पुराने कपड़ों को एकत्र किया और इसके बाद दोपहर को शहर के बच्चा जेल के पास झोपड़ी में रह रहे परिवारों की बीच पहुंचे। यहां पर इन कपड़ों को जरूरतमंदों को वितरित किया गया। जिससे बच्चे से लेकर बडे लोगों के चेहरे में खुशी देखी गई। इस दौरान वितरण करने के दौरान प्रतुल्य खरे, अरविंद्र शर्मा ने बताया कि पत्रिका के सहयोग से इस आयोजन में सहयोग कर उन्हें आगे भी कपड़े सहित अन्य सामान इन जरूरत मंदों को उपलब्ध कराने के लिए आगे रहेंगे।
बच्चों ने समझा मदद करने का महत्व पकड़े वितरण के दौरान छोटे बच्चों ने भी यहां पर रह रहे लोगों को कपड़ों का वितरण करके की सहायता करने जरूरत मंदों की सहायता का महत्व समझा। इस दौरान टिया खरे, गौरी पचौरी, गुंजन, गौरांश, सम्राट आदि बच्चों ने भी अपनी पुरानी किताबें, खिलोने आदि यहां आकर बच्चों को उपलब्ध कराने का संकल्प लिया।
IMAGE CREDIT: Unnat B Pachauri
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