आसपास के जिले से भी आते है मरीज
जिला अस्पताल में छतरपुर जिले के साथ ही छतरपुर की सीमा से लगे टीकमगढ़, पन्ना और उत्तर प्रदेश के महोबा सहित बांदा जिले के मरीज अपना इलाज कराने आते हैं। इसलिए छतरपुर जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या अधिक रहती है। अब तक यहां आने मरीजों की जांच के लिए जिला अस्पताल में एक अल्ट्रासाउंड मशीन संचालित हो रही थी। इसलिए मरीजों को अल्ट्रासाउंड जांच के लिए कक्ष के बाहर आधा से एक घंटे तक इंतजार करना पड़ता था।
रेडियोलॉजिस्ट बढऩे से हुई सुविधा
सिविल सर्जन डॉ. जीएल अहिरवार ने बताया कि मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला अस्पताल परिसर के जांच कक्ष में एक और अल्ट्रासाउंड मशीन स्थापित कर दी गई है। जिसे संचालित करने के लिए प्रबंधन के पास पहले एक रेडियोलॉजिस्ट डॉ. सुरेंद्र शर्मा थे। लेकिन अब स्वास्थ्य विभाग ने डॉ. नरेश त्रिपाठी सहित दो रेडियोलॉजिस्ट पदस्थ कर दिए हैं। इसलिए जिला अस्पताल आने वाले मरीजों की समय पर जांच हो जाती है और उन्हें बाहर जाकर जांच नहीं करानी पड़ती।
बढ़ रही जांचों की सुविधा
अल्ट्रासाउंड जांच प्रभारी डॉ. सुरेंद्र शर्मा बताते हैं कि जिला अस्पताल में जब एक मशीन थी, उस दौरान एक माह में 700 से 800 मरीजों की जांच हो पाती थी। पांच माह पहले एक रेडियोलॉजिस्ट पदस्थ होने से यह संख्या बढक़र 1200 से 1300 पहुंच गई। अब एक और रेडियोलॉजिस्ट आ गया है। साथ ही जिला प्रशासन के निर्देश पर सुबह के साथ ही शाम के समय मरीजों की जांच शुरू हो गई है। इसलिए बीते अप्रैल माह में 1626 मरीजों की जांच हुई। वहीं माह मई में यह संख्या बढक़र 2060 पहुंच गई। जून माह में अब तक 1750 मरीजों की जांच हो चुकी है।