छतरपुर

पीढिय़ों दर पीढ़ी जीवित रखे है परंपरा, कई जिलों में दीपावली पर घरों को करते है रौशन

रोशनी के महापर्व की तैयारियां शुरु हो गई हैं। नौगांव शहर से लगी बिलहरी पंचायत के एक छोटे से गांव कुम्हार टोली में लगभग आधा सैकड़ा कुम्हार परिवार दीपक व मूर्तियों को अंतिम रुप देने में जुटे हैं।

छतरपुरOct 14, 2024 / 10:40 am

Dharmendra Singh

बाजर में दीपक

छतरपुर/नौगांव. रोशनी के महापर्व की तैयारियां शुरु हो गई हैं। नौगांव शहर से लगी बिलहरी पंचायत के एक छोटे से गांव कुम्हार टोली में लगभग आधा सैकड़ा कुम्हार परिवार दीपक व मूर्तियों को अंतिम रुप देने में जुटे हैं। पीढिय़ों से परंपरा को जीवित रहे कुम्हार टोली के कलाकार मिट्टी के सभी तरह के दीपक और लक्ष्मी गणेश मूर्तियों को बना रहे हैं, जिनकी मांग न केवल छतरपुर जिले में है, बल्कि आसपास के कुछ जिलों तक दीपावली के दिन इनके दिए जगमग रौशनी करते हैं।

पूरे परिवार की मेहनत से तैयार होते हैं दीए


कुम्हार टोली के कलाकार परिवार सहित दीपावली पर्व के दो तीन माह पहले से ही करवा,दीपक के अलावा लक्ष्मी गणेश की मूर्तियां बनाने का कार्य शुरू कर देते है। इस काम मे हाथ बंटाने के लिए 5 साल के बच्चे से लेकर 75 साल के बुजुर्ग दिन रात मिट्टी से हाथापाई कर दूसरों के घरों में उजाला करने दीपक बनाने में जुटे रहते हैं। दीपावली के नजदीक आते ही दीपक व गणेश,लक्ष्मी,ग्वालन की मूर्तियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए है। मटका, कुल्हड़,करवा,दीपक लक्ष्मी,गणेश की मूर्ति अगरबत्ती दान के अलावा मिट्टी के खिलोने बनाए जा रहे हैं। इनको बनाने में परिवार के सभी छोटे बड़े सदस्य एक दूसरे की मदद करते हैं। बच्चे मिट्टी छानते व गूंधते हैं तो बड़े गुंधी हुई मिट्टी से चाक के माध्यम से यह सारी वस्तुएं बनांते हैं। महिलाएं इनमे रंग रोगन भरने से लेकर सामग्री को उठाने रखने का कार्य मे लगी रहती है ।

मौसम से पड़ा असर


मिट्टी का सामान नौगांव नगर सहित छतरपुर, महाराजपुर, टीकमगढ़,पलेरा, कुलपहाड़,बेलाताल,राठ,झांसी सहित अन्य शहरों में माल सप्लाई होता है लेकिन इस बार मौसम की मार पडऩे से दीपक व मूर्ति निर्माण का काम प्रभावित हुआ है। दीपक बनाने का काम जून से शुरु होता है, जो दीपावली तक चलता है, लेकिन इस बार बारिश के कारण काम में देरी हुई है। वर्तमान में 49 चक्के चल रहे हैं, जिनसे हर रोज 2 लाख दिए बनाए जा रहे हैं। कुम्हार टोली निवासी नंदू प्रजापति, राममिलन प्रजापति, निधि प्रजापति, प्रीति प्रजापति, संतोष प्रजापति, अमर प्रजापति, मोनू प्रजापति ने बताया कि काम देर से शुरु होने से उत्पादन कम हो पाया है। लेकिन अब काम तेजी से चल रहा है। स्नेहा प्रजापति, राखी प्रजापति, बबलू प्रजापति, करण प्रजापति, सुरेन्द्र प्रजापति और दिनेश प्रजापति ने बताया कि शासन द्वारा हमारे काम को बढ़ावा देकर हमे मूलभूत सुविधाओं को मुहैया कराने में मदद करेगी। तो हम इस काम को और बेहतर करने के प्रयास करेंगे फिर भी हम सभी यही कोशिश करते है कि हमारा माल ज्यादा से ज्यादा सप्लाई हो सके। जिससे अपने यहां चाइना व चिमनी मिट्टी से बना समान हावी न हो सके ।

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