छतरपुर. शहर में सडक़ों पर दौडऩे वाली टैक्सियां व ई-रिक्शा यातायात व्यवस्था को बिगाड़े हुए हैं। टैक्सी और ई-रिक्शा चालकों की मनमानी से लोग परेशान हैं। इस ओर कोई भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है। शहर में बिना परमिट व बिना दस्तावेजों के अवैध रूप से टैक्सी चलाने वालों की मनमानियों से लोग परेशान हैं। अवैध रूप से टैक्सी चलाने वाले टैक्सियों को सडक़ पर अंधी गति से दौड़ाकर कहीं भी अचानक ब्रेक लगाकर खड़ा कर देते हैं या बिना संकेत दिए अचानक टर्न ले लेते हैं, इससे अक्सर पीछे से आने वाले वाहन इनसे टकराकर हादसे के शिकार हो जाते हैं।
राहगीरों से होता है विवाद
इस बारे में जब टैक्सी चालकों को उलाहना दिया जाता है, तो अक्सर वे लडऩे पर उतारू हो जाते हैं। चौक-चौराहों पर सवारी बैठाने के लिए टैक्सी चालक अव्यवस्थित रुप से गाड़ी कर देते हैं, जिससे जाम की स्थिति है। महिलाओं का कहना है कि टैक्सियों में चालकों द्वारा अकसर छात्राओं व महिला यात्रियों से बदसलूकी की जाती है।
लोग चाहते हैं सुधार
सही मायने में नगर में टैक्सियों ने यातायात व्यवस्था को बुरी तरह से बिगाड़ कर रखा है। इन पर किसी का कोई वश नहीं चलता है। न ही इनके आगे कायदे कानून कोई मायने रखते हैं। इस ओर अनिवार्य रुप से नियमित ध्यान दिया जाना जरुरी है।
पूनम श्रीवास्तव
शहर में टैक्सी चालकों को तेज गति से वाहन दौड़ाने व यातायात नियमों का पालन कराने के लिए यातायात पुलिस को एक बड़ा अभियान फिर से शुरू करना चाहिए। तभी शहर में आवागमन सुगम हो सकता है।
वीरेन्द्र सिंह
वीरेन्द्र सिंह
टैक्सियों में कई बार छात्राओं से मनमाना किराया वसूला जाता है। इस बारे में विरोध करने पर छात्राओं से चालक अभद्रता करने पर उतारू हो जाते हैं। ऐसे में छात्राओं को परेशानी होती है।
शैलवी जगधारी
शैलवी जगधारी
जरूरी है कि नगर में यातायात व्यवस्था में सुधार किया जाए। इसके लिए सबसे पहले टैक्सियों का संचालन सुधारने की जरूरत है इस पर प्रमुखता से ध्यान दिया जाए तभी समस्या का समाधान हो पाएगा।
सोनू पाठक
सोनू पाठक