इंदौर-दिल्ली रूट पर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अब भी दोगुने किराए लिए जा रहे है। इन ऑपरेटर्स पर कार्रवाई एआरटीओ ने मेक माय ट्रिप और रेड बस के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म में दोगुना किराया लेने पर दिल्ली रूट की बस राज कल्पना ट्रेवल्स, सफर एक्सप्रेस, गोला अस सर्विस, केडी ट्रेवल्स का परमिट निरस्त करने की दिल्ली, ग्वालियर, झांसी के सक्षम प्राधिकारी के समक्ष कार्रवाई प्रस्तावित की है। इधर भोपाल और इंदौर रूट की इंटरसिटी ट्रेवल्स, मिश्रा ट्रांसपोर्ट कंपनी, अंबे ट्रैक्ल्स, हंस ट्रेवल्स, खजुराहो ट्रेवल्स, शिखा मंगलम ट्रेवल्स, गोल्डन ट्रेवल्स के भी परमिट निरस्त करने के लिए सागर, इंदौर और भोपाल आरटीओ को प्रस्ताव भेजा है। कोटा रूट की बस बबलू ट्रेवल्स और संस्कार ट्रेवल्स के खिलाफ भी परमिट निरस्त करने समक्ष प्राधिकारी के समक्ष कार्रवाई प्रस्तावित की है।
हिदायत के बाद भी नहीं सुधरे हालात, अब सख्ती शुरू
त्योहार पर दोगुना किराए वसूले जाने पर आरटीओ ने बैठक लेकर बस संचालकों को कड़ी हिदायत दी थी। लेकिन बस ऑपरेटरों ने एआरटीओ के निर्देशों को ताक पर रख दिया। इसके बाद अब एआरटीओ ने दिल्ली, सागर, भोपाल, ग्वालियर, झांसी और इंदौर के सक्षम प्राधिकारी को अधिक किराया वसूलने वाले बस संचालकों का परमिट निरस्त करने की कार्रवाई प्रस्तावित की है। एआरटीओ ने बताया कि इसके साथ बसों के खिलाफ कार्रवाई की प्रतिलिपि ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को भेजी गई है।
सफर समेत पांच और बसों पर लगाया जुर्माना
यात्रियों से किराए की अवैध वसूली से हरकत में आई टीम ने चेक प्वाइंट पर जांच शुरू कर दी है। परिवहन विभाग की टीम ने नौगांव हाइवे पर चेकिंग कार्रवाई करते हुए यात्रियों से अधिक किराए की वसूली पर सफर एक्सप्रेस पर 12 हजार, राज कल्पना ट्रेवल्स पर 6 हजार, शरद ट्रेवल्स पर 6 हजार समेत केही ट्रेक्स पर तीन हजार का जुर्माना लगाया है। जबकि इसके पहले 4 बसों पर 45 हजार का जुर्माना लगाया गया था।
त्योहार पर मनमाना किराया हो रहा था वसूल
दीपवाली पर्व पर बाहर पढऩे, नौकरी करने वाले युवा और अन्य लोग अपने गांव घर आते हैं। इस समय वापस आने वालों की संख्या को देखते हुए बस संचालकों ने तय किराया से ढाई गुना तक वसूलना शुरू कर दिया था। पत्रिका ने इस मुद्दे पर खबरें प्रकाशित की, जिसके बाद आरटीओ ने कार्रवाई की है।
इनका कहना है
तय किराया से ज्यादा वसूली को लेकर चेकिंग की जा रही है। जुर्माना लगाने के साथ बसों के परमिट निरस्त करने के लिए संबंधित आरटीओ को पत्र लिखे हैं। कार्रवाई जारी रहेगी।
विक्रमजीत सिंह कंग, आरटीओ