रात तीन बजे हुई घटना
घर में सोते समय रात 3 बजे सेवड़ी निवासी बब्बू यादव के 13 वर्षीय छोटे बेटे नीतेश यादव को सांप ने डस लिया। सांप के काटने के बाद नीतेश चिल्लाते हुए जागा और मां को बताया, लेकिन मां ने समझा कि पास में खेत हैं, इसलिए कोई कीड़ा मकौड़ा काट गया होगा। मां ने बच्चे को सोने के लिए कह दिया। लेकिन 20 मिनट के अंदर ही सांप ने घर के आंगन में सो रहे 18 वर्षीय बड़े लड़के ह्देश यादव को भी डस लिया। उसके बाद परिजनों ने सांप को भागते हुए देखा। इधर कुछ देर बाद छोटे बेटे नीतेश की तबीयत बिगडऩे लगी। परिजन बिना देर किए दोनों लड़कों को महाराजपुर अस्पताल लेकर पहुंचे जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया लेकिन जिला अस्पताल पहुंचने से पहले ही दोनों की मौत हो गई, जिला अस्पताल में चिकित्सकों ने दोनों की मौत की औपचारिक घोषणा की। वहां जैसे ही गांव में इस घटना की जानकारी फैली तो पूरा गांव में मातम का माहौल निर्मित हो गया। बच्चों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
घर में सोते समय रात 3 बजे सेवड़ी निवासी बब्बू यादव के 13 वर्षीय छोटे बेटे नीतेश यादव को सांप ने डस लिया। सांप के काटने के बाद नीतेश चिल्लाते हुए जागा और मां को बताया, लेकिन मां ने समझा कि पास में खेत हैं, इसलिए कोई कीड़ा मकौड़ा काट गया होगा। मां ने बच्चे को सोने के लिए कह दिया। लेकिन 20 मिनट के अंदर ही सांप ने घर के आंगन में सो रहे 18 वर्षीय बड़े लड़के ह्देश यादव को भी डस लिया। उसके बाद परिजनों ने सांप को भागते हुए देखा। इधर कुछ देर बाद छोटे बेटे नीतेश की तबीयत बिगडऩे लगी। परिजन बिना देर किए दोनों लड़कों को महाराजपुर अस्पताल लेकर पहुंचे जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया लेकिन जिला अस्पताल पहुंचने से पहले ही दोनों की मौत हो गई, जिला अस्पताल में चिकित्सकों ने दोनों की मौत की औपचारिक घोषणा की। वहां जैसे ही गांव में इस घटना की जानकारी फैली तो पूरा गांव में मातम का माहौल निर्मित हो गया। बच्चों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
किसान परिवार पर टूटी आफत
यादव परिवार ग्राम सेवड़ी का किसान परिवार है। घर में दो बेटे, दो लड़कियंा और माता-पिता है। नीतेश छोटा और ह्देश बड़ा बेटा है। जबकि दो बेटियां इन दोनों से बड़ी है। ह्देश दूध बेचने का काम करता है, जबकि नीतेश स्कूल में पढ़ता है। ये बेटे ही माता-पिता को खेती में मदद भी करते थे।
यादव परिवार ग्राम सेवड़ी का किसान परिवार है। घर में दो बेटे, दो लड़कियंा और माता-पिता है। नीतेश छोटा और ह्देश बड़ा बेटा है। जबकि दो बेटियां इन दोनों से बड़ी है। ह्देश दूध बेचने का काम करता है, जबकि नीतेश स्कूल में पढ़ता है। ये बेटे ही माता-पिता को खेती में मदद भी करते थे।