फॉरेस्ट के लिए बंजर जमीन को जिला प्रशासन ने अतिक्रमण मुक्त कराया था। अब महिलाओं, प्रशासन, ग्राम पंचायत के अधिकारियों के समन्वय की प्रशंसा हो रही है। समूह की अध्यक्ष कौशल्या रजक हैं और सचिव पार्वती रजक हैं। यहां फल एवं सब्जी का उत्पादन किया जा रहा है।
रविवार को सीएम डॉ. मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने मन की बात कार्यक्रम सुना। उन्होंने समूहों के प्रयास की प्रशंसा की।
मछली पालन बना आय का जरिया
डिंडोरी. रयपुरा के शारदा स्वसहायता समूह की महिलाओं के जलसंरक्षण व मछली पालन से आत्मनिर्भर बनने के प्रयास का भी पीएम ने जिक्र किया है। 2014 में १० एकड़ के जलाशय को समूह को पट्टे पर देकर करीब 32 हजार से एक लाख फिंगरलिंग डलवाए गए। महिलाओं ने मछली बेचना शुरू किया। एक दिन में ३-४ हजार की बिक्री कर लेती हैं।पीएम ने एमपी की महिलाओं की प्रशंसा करते हुए क्या कहा
गांव का बड़ा तालाब जब सूखने लगा तो महिलाओं ने पुनर्जीवित करने का बीड़ा उठाया। महिलाओं ने बड़ी मात्रा में गाद निकाली। गाद का उपयोग बंजर जमीन पर फ्रूट फॉरेस्ट तैयार करने में किया। महिलाओं की मेहनत से ना सिर्फ तालाब में पानी भर गया, बल्कि फसलों की उपज भी बढ़ी है। -नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री