छतरपुर। शहर के गल्ला मंडी क्षेत्र में कक्षा 9वीं और 10वीं के विद्यार्थियों के लिए कोचिंग चलाने वाले युवक आरिफ मंसूरी को कोतवाली पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। यह आरोपी नाबालिग और मासूम छात्राओं को अपने जाल में फांसकर लंबे समय से उनसे मोबाइल पर वीडियो चैटिंग करके अश्लील एमएमएस बना रहा था। इसके बाद यह छात्राओं को ब्लैकमेल करके उनसे रुपया भी ऐंठ रहा था। आरोपी के मोबाइल में डले एमएमएस वायरल हो जाने के बाद उसका कुकर्म सामने आया तो एक परिवार द्वारा कोतवाली में घटना की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। पुलिस ने जब इस मामले की पड़ताल की तो पता चला कि आरिफ मंसूरी के साथ तीन और युवक इस खेल में शामिल थे, लो छात्राओं को बरगलाकर उन्हें फांसने के बाद उनके एमएमएस बनाकर ब्लैकमेल करते थे। इस मामले के उजागर होने के पहले यह युवक एक लड़की को लेकर इंदौर होते हुए राजस्थान घूमने चला गया था। इस बीच शिकायत हो जाने के बाद आरोपी भागने की फिराक में था, लेकिन साइबर सेल की मदद से पुलिस ने उसे दबोच लिया। कोतवाली पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। उसके मोबाइल में चार छात्राओं के एमएमएस मिले हैं। शिक्षक बनकर छात्राओं को कोचिंग देने वाले आरिफ मंसूरी का कारनामा उजागर होने के बाद शहर के लोगों में आक्रोश है। उधर आरोपी के पकड़ में आने के बाद दोपहर में ही एडिशनल एसपी से लेकर पुलि अधिकारियों ने आरोपी से सख्ती के साथ पूछ-ताछ की और उसके साथ शामिल अन्य आरोपियों का भी नाम पूछा है। आरोपी पर लग रहे लव जेहाद के आरोप : नाबालिग मासूम छात्राओं के एमएमएस मामले में परिजनों ने आरोप लगाए हैं कि लव जेहाद के तहत यह आरोपी यह हरकत कर रहे थे। भोली-भाली बच्चियों को अपने जाल में फांसने के बाद उनके एमएमएस बनाकर ब्लैकमेलिंग करने से लेकर उन्हें बदनाम करने के लिए सार्वजनिक रूप से उन्हें वायरल करने का यह कृत्य एक सोची-समझी साजिश के तहत किया जा रहा था।