भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) टीम की दृढ़ता और दृढ़ संकल्प इस बात से साबित होती है कि वह कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण खड़ी हुई चुनौती के बावजूद बोली प्रक्रिया को अंतिम रूप देने में सफल रही। इन पांच हवाई अड्डों का चयन बेहद सावधानीपूर्वक किया गया है। इन जगहों पर मौसम और नागरिक, सैन्य हवाई यातायात के कारण न्यूनतम व्यवधान रहता है। यह पहल भारतीय उड़ान प्रशिक्षण क्षेत्र को आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत अधिक आत्मनिर्भर बनने में मदद करेगी।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने नवंबर 2020 में इसके लिए बोलियां आमंत्रित की थीं। 31 मई 2021 को चयनित हुए बोलीदाताओं को अवार्ड लेटर जारी किए गए। इसके तहत एशिया-पैसिफिक, जेटसर्व, रेडबर्ड, सम्वर्धन और स्काईनेक्स का चयन हुआ। संभावित बोलीदाताओं के लिए निर्धारित मापदंडों में विमानन सुरक्षा पहलुओं, नियामक तंत्र, मानवयुक्त विमानों पर प्रशिक्षण पायलटों के क्षेत्र में अनुभव, उपकरण, प्रशिक्षकों की उपलब्धता आदि शामिल हैं। एफटीओ को बोलीदाताओं के लिए आकर्षक बनाने के लिए, एएआई ने न्यूनतम वार्षिक किराये को काफी कम कर 15 लाख रुपए तक कर दिया था। इसके अलावा, इन उपक्रमों को व्यवसाय के अनुकूल बनाने के लिए एयरपोर्ट रॉयल्टी को भी खत्म कर दिया गया था।
खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल खजुराहो में भविष्य के पायलट तैयार करने वाले उड़ान प्रशिक्षण संस्थान खोलने के केंद्र सरकार के निर्णय पर प्रसन्नता जताते हुए आज कहा कि इससे सिर्फ खजुराहो ही नहीं पूरे बुंदेलखंड अंचल का विकास होने में मदद मिलेगी। बोलियां पूरी कर ली गई है। अब खजुराहो में भी शीघ्र ही उड़ान प्रशिक्षण संस्थान स्थापित होगा।
जल्द शुरु होगा प्रशिक्षण
गुडग़ांव की जेटसर्व एविएशन प्राइवेट लिमटेड को खजुराहो में उड़ान प्रशिक्षण का टेंडर मिला है। कंपनी के साथ पत्राचार कर अधोसंरचना की आवश्यकता की पूर्ती की जा रही है। कोविड-19 का असर कम होने पर प्रशिक्षण केन्द्र जल्द से जल्द शुरु होगा।
गुडग़ांव की जेटसर्व एविएशन प्राइवेट लिमटेड को खजुराहो में उड़ान प्रशिक्षण का टेंडर मिला है। कंपनी के साथ पत्राचार कर अधोसंरचना की आवश्यकता की पूर्ती की जा रही है। कोविड-19 का असर कम होने पर प्रशिक्षण केन्द्र जल्द से जल्द शुरु होगा।
प्रदीप कुमार वैज, सहायक निदेशक, एयरपोर्ट अथॉरिटी खजुराहो