ये सिस्टम प्रभावित कर रहे मौसम
मौसम विज्ञान केंद्र खजुराहो से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में उत्तर-पश्चिम भारत के ऊपर जेट स्ट्रीम बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मध्य पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में सक्रिय है। पाकिस्तान पर भी एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। मौसम में हो रहे इस बदलाव के कारण तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा, जिससे दिन और रात का तापमान एक-दूसरे से काफी अलग हो सकता है। ऐसे में आम जनजीवन प्रभावित हो सकता है, खासतौर पर सुबह और रात के समय ठंडक बढऩे की संभावना है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि 20 दिसंबर के बाद ठंड में बढ़ोतरी होगी, जिससे लोगों को सर्दी का ज्यादा अहसास होगा। 20 दिसंबर के बाद ठंड के बढऩे के साथ-साथ प्रदूषण भी बढ़ सकता है, जिससे वातावरण में हद से ज्यादा धुंआ और कोहरे का असर देखने को मिल सकता है। इसलिये लोगों को धूप में अधिक समय बिताने और गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी गई है। इस दौरान खासकर बुजुर्गों और बच्चों को ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता होगी। ठंड के बढऩे के साथ स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना भी हो सकता है, जैसे सर्दी-जुकाम, बुखार, और फ्लू के मामलों में वृद्धि हो सकती है।