छतरपुर. पश्चिमी विक्षोक्ष के चलते शनिवार की सुबह से रविवार की सुबह तक जिले में औसत 0.2 इंच बारिश दर्ज की गई। छतरपुर और राजनगर में सबसे ज्यादा आधा-आधा इंच बारिश रिकॉर्ड हुई है। हालांकि बडामलहरा और बकस्वाहा में बारिश नहीं हुई, बाकि जगह हल्की बारिश दर्ज की गई। अब मौसम विभाग ने जिले में अगले 24 घंटे तक आंधी, बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। वहीं, रविवार को दोपहर में भी कोहरा छाया रहा, तापमान में गिरावट आने से शीतलहर का अहसास बना रहा।
24 घंटे के दौरान छतरपुर और राजनगर के विभिन्न क्षेत्रों में हल्की बारिश हुई, और इन इलाकों में आधा-आधा इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। हालांकि, बड़ामलहरा और बकस्वाहा क्षेत्र में आसमान में बादल होने के बावजूद बारिश नहीं हुई। नौगांव, लवकुशनगर, बिजावार में हल्की बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने छतरपुर जिले में अगले 24 घंटे तक आंधी, बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार, छतरपुर, राजनगर, बड़ामलहरा, बकस्वाहा, और आसपास के इलाकों में फिर से बारिश के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं और ओलावृष्टि भी हो सकती है।
ओलावृष्टि की आशंका
जिले के कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना है, जबकि कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की चेतावनी दी गई है, जिससे किसानों को अपनी फसलों को बचाने के उपायों को लेकर सतर्क किया गया है। कृषि विभाग ने भी किसानों से अपनी फसलों को नुकसान से बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी है। स्थानीय निवासी और किसान यह उम्मीद लगाए हुए हैं कि बड़ामलहरा और बकस्वाहा जैसे इलाकों में भी जल्द बारिश हो, ताकि उनकी फसलें बेहतर ढंग से विकसित हो सकें और नुकसान से बच सकें। इसके अलावा, तेज हवाएं और ओलावृष्टि भी किसानों के लिए चिंता का कारण बन सकती हैं, जो अपने खेतों में इन मौसमीय बदलावों से बचाव के उपायों पर विचार कर रहे हैं।
हवा 30-40 प्रतिकिलोमीटर तक चल सकती है
मौसम विभाग ने यह भी कहा कि इस समय में हवा की गति 30-40 किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है, जिससे पेड़-पौधे और बिजली के खंभे गिरने का खतरा हो सकता है। लोगों से यह भी अपील की गई है कि वे घरों से बाहर निकलने से बचें और वाहनों के शीशे बंद रखें, ताकि आंधी के दौरान कोई अनहोनी न हो।
तापमान में गिरावट का पूर्वानुमान
आंधी और बारिश के साथ ही तापमान में भी तेजी से गिरावट का अनुमान है। बुधवार से तापमान में 5 से 7 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आ सकती है, जिससे ठंडक का माहौल बढ़ेगा। यह बदलाव न केवल दिन के समय, बल्कि रात के तापमान में भी महसूस किया जाएगा। विशेषज्ञों के अनुसार, अब तक जो हल्की गर्मी बनी हुई थी, वह अगले कुछ दिनों में समाप्त हो जाएगी और ठंड का असर अधिक गहरा हो सकता है।
जन जीवन पर पड़ेगा प्रभाव
मौसम के अचानक बदलाव के कारण आम जीवन में हलचल मच सकती है। खासकर सडक़ यातायात पर इसका असर दिखाई दे सकता है। आंधी के कारण विजिबिलिटी घटने से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, बिजली की आपूर्ति में भी व्यवधान आने की संभावना है, क्योंकि तेज़ हवाएं बिजली के खंभों को प्रभावित कर सकती हैं। जिला प्रशासन ने इस बारे में पूर्व में ही आवश्यक कदम उठाने की दिशा में कार्य शुरू कर दिया है और बिजली विभाग को भी अलर्ट किया गया है।
निवारक उपायों की तैयारी जरूरी
जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों से सुरक्षा उपायों को लेकर पहले से तैयार रहने की अपील की है। खासकर, आंधी के समय वाहन चालकों को सडक़ पर धीमी गति से चलने और हेलमेट पहनने की सलाह दी गई है। बिजली के खंभों और पेड़ों से दूर रहने की चेतावनी दी गई है। साथ ही, नागरिकों से अपील की गई है कि वे खुले में किसी भी प्रकार की गतिविधि करने से बचें, विशेष रूप से खेतों में काम करने वाले लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने के लिए कहा गया है।
फैक्ट फाइल
वर्षामापी केंद्र बारिश इंच में
छतरपुर 0.5
लवकुशनगर 0.1
बिजावर 0.2
नौगांव 0.4
राजनगर 0.5
गौरिहार 0.2
बड़ामलहरा 00
बकस्वाहा 00
कुल 0.2 इंच