सरपंच के आदेश के बाद उन्हें किसी भी सामाजिक कार्यक्रम में नहीं बुलाया जा रहा है। इस सामाजिक बहिष्कार के कारण वे मानसिक प्रताड़ना झेलने को मजबूर हैं। पीड़ितों ने इस मामले की शिकायत छतरपुर एसपी कार्यालय में की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़ित ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 4 महीनों से उनका बहिष्कार किया जा रहा है।
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यह है पूरा मामला
मामला सटई थाना क्षेत्र के अतरार गांव का है। जगत अहिरवार नामक दलित व्यक्ति ने 20 अगस्त 2024 को गांव के हनुमान मंदिर में प्रसाद चढ़ाया और मंदिर के पुजारी समेत 20 लोगों को बांटा। प्रसाद खाने वाले सभी लोगों का सामाजिक बहिष्कार करने का आदेश दिया गया।पीड़ितों ने 7 जनवरी 2025 को एसपी से मामले की शिकायत की। शिकायत में पीड़ित जगत अहिरवार ने बताया कि सरपंच संतोष तिवारी ने उसका और जिसने भी प्रसाद खाया उसका और जिसने भी उसके हाथ से प्रसाद लिया था उसका सामाजिक बहिष्कार करवा दिया। इस वजह से उसे मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है। पीड़ित ने बताया कि उसने इसकी शिकायत सटई थाने में की थी लेकिन इसके बाद भी कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई। वहीं इस मामले को लेकर सरपंच का कहना है कि पीड़ित द्वारा उस पर लगाए गए आरोप झूठे हैं और वह पुरानी राजनीतिक दुश्मनी का बदला ले रहा है।
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