इस समय मंदिर में उमड़ीभीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। मंदिर पीठ के महंत पंडित रमेशचंद्र और पुजारी पं. श्रीराम रिक्षारिया के अनुसार इस मंदिर के संबंध में कई किवदंतियां प्रचलित हैं। मंदिर एयरपोर्ट रनवे के बीच में स्थित होने के बावजूद यह आज भी अपनी पुरानी स्थिति में बना हुआ है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने इसे अन्य स्थान पर स्थानांतरित करने का प्रयास किया था, लेकिन सभी प्रयास विफल हो गए। स्थानीय मान्यता के अनुसार माता की महिमा इतनी अधिक है कि जब भी इस मंदिर को हटाने के प्रयास हुए, जिम्मेदारों को अनिष्ट का सामना करना पड़ा, जिससे कोई भी इस जिम्मेदारी को लेने से कतराने लगा।
क्षेत्र भर में बघराजन माता को सिद्ध पीठ के रूप में मान्यता प्राप्त है। दूर-दूर से देवी भक्त यहां मन्नतें लेकर आते हैं और उन्हें माता की कृपा प्राप्त होती है। इस प्रकार, चैत्र नवरात्रि में मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है, और बघराजन माता की पूजा से अनेक लोग आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।