छतरपुर. आजकल साइबर अपराधों की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए पत्रिका रक्षा कवच अभियान ने समाज में साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस अभियान के तहत विभिन्न जिलों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि लोग साइबर अपराधों से बचने के उपायों को समझ सकें। हाल ही में छतरपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में समाचार संवाददाताओं को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया।
पत्रिका रक्षा कवच अभियान का उद्देश्य
पत्रिका रक्षा कवच अभियान का उद्देश्य है कि समाज के हर वर्ग के प्रतिनिधियों को साइबर अपराधों से संबंधित खतरों और उनसे बचाव के तरीकों से अवगत कराया जा सके। इस पहल का नेतृत्व पत्रिका मीडिया हाउस के द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम में साइबर अपराधों की विभिन्न श्रेणियों फिशिंग, हैकिंग, सोशल मीडिया पर निजी जानकारी का गलत इस्तेमाल और ऑनलाइन धोखाधड़ी के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि कैसे अक्सर हमारी नासमझी या लापरवाही से हम साइबर अपराधियों के जाल में फंस जाते हैं।
सुरक्षा से जुड़ा अहम विषय
पत्रिका सागर संपादक प्रवेंद्र तोमर ने बताया साइबर सुरक्षा अब केवल एक तकनीकी समस्या नहीं रही, बल्कि यह समाज की सुरक्षा से जुड़ा अहम विषय बन चुका है। उन्होंने सभी अपील की कि वे अपनी व्यक्तिगत और पेशेवर जानकारी को सुरक्षित रखें और दूसरों को भी इस दिशा में जागरूक करें। कार्यक्रम के दौरान यह भी बताया गया कि आजकल बढ़ते साइबर अपराधों के कारण न केवल व्यक्तिगत जीवन प्रभावित हो रहा है, बल्कि यह सामाजिक और आर्थिक रूप से भी बहुत बड़ा खतरा बन चुका है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पत्रकारों के लिए यह जरूरी है कि वे सोशल मीडिया, ईमेल, और अन्य डिजिटल प्लेटफार्मों पर अपनी जानकारी को सुरक्षित रखें, ताकि उन्हें साइबर अपराधों का सामना न करना पड़े।
साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करने में मदद करें
कार्यक्रम के अंत में पत्रिका सागर के रमेश मीणा ने सभी से आग्रह किया कि वे इस अभियान को अपने रुटीन में शामिल करें और आम जनता को भी साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करने में मदद करें। जमील खान ने बताया कि युवाओं, व्यापारियों का समाज पर बहुत प्रभाव होता है, और यदि वे साइबर सुरक्षा के महत्व को समझकर इसे अपने काम का हिस्सा बनाते हैं, तो समाज में इस दिशा में बड़ा बदलाव आ सकता है। इस कार्यक्रम में दिलीप अग्रवाल, मोहम्मद बजीर, मुमताज खान, इरफान खान, रविंद्र रजक,रवि जैन, ऋषि असाटी, अरविंद असाटी, केशव प्रसाद मिश्रा, जीतेंद्र वाजपेयी, अभिषेक नामदेव, विश्वनाथ चौरसिया,सौरभ दुबे समेत अन्य लोग मौजूद रहे।