छतरपुर. जिले के बरेठी गांव में प्रस्तावित बरेठी सोलर पावर प्रोजेक्ट का काम नए साल में शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। अधिकारियों के अनुसार, इस माह के अंत तक परियोजना के लिए अवार्ड पारित किए जाने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, जिसके बाद निर्माण कार्य शुरू किया जा सकेगा। हालांकि, यह प्रक्रिया पहले दो महीने में पूरी होनी थी, लेकिन कुछ कारणों से इसमें देरी हो गई है। अब इसके जल्द ही मंजूरी मिलने के बाद कार्य आरंभ होने की संभावना है।
2013 में बनी थी थर्मल पावर, 2017 में सोलर पावर की योजना
बरेठी गांव में एनटीपीसी (नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन) द्वारा पहले 2013 में 28000 करोड़ रुपए की लागत से थर्मल पावर प्लांट की योजना बनाई गई थी, जिसके लिए 2839 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया था। लेकिन, पर्यावरणीय मंजूरी न मिलने के कारण यह परियोजना रद्द कर दी गई थी। इसके बाद 2017 में बरेठी में सोलर पावर प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया और तब से इस जमीन पर काम की योजना बनाई जा रही थी। इसी दौरान, किसानों ने 6 वर्षों तक इस भूमि पर फसलें उगाईं और मुआवजा भी प्राप्त किया, जबकि जमीन पर किसी प्रकार का निर्माण कार्य नहीं हो रहा था। अब सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए इन जमीनों का उपयोग शुरू होने जा रहा है, जो एक बड़ी राहत की बात है।
3 लाख घर होंगे रौशन
बरेठी सोलर प्लांट में 630 मेगावाट की क्षमता से बिजली उत्पादन होगा, जिससे 3 लाख घरों को रोशन करने की योजना है। इस परियोजना की लागत 3200 करोड़ रुपए है और इसका पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। प्रोजेक्ट से 12 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन रोका जाएगा, जिससे पर्यावरणीय सुधार होगा। इसके अलावा, यह सोलर पार्क 4000 मीट्रिक टन पानी बचाएगा, जो करीब 2 लाख से ज्यादा घरों के लिए पर्याप्त होगा। इस परियोजना से स्थानीय रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को एक नया आयाम मिलेगा।
बिजावर में 950 मेगावाट की यूनिट की योजना
बरेठी के साथ-साथ जिले में बिजावर के पास पुरवा में भी 950 मेगावाट की दूसरी सोलर पावर यूनिट स्थापित किए जाने की योजना है। राज्य सरकार ने पहले ही बरेठी की अधिग्रहीत जमीन का उपयोग बदलने की अनुमति दे दी है, लेकिन बिजावर के मामले में कुछ औपचारिकताएं लंबित हैं। हालांकि, बरेठी में सोलर पावर प्रोजेक्ट की मंजूरी अब लगभग पूरी हो चुकी है और परियोजना का निर्माण कार्य जल्द शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है।
पत्रिका व्यू
बरेठी और बिजावर क्षेत्र में इन सोलर पावर प्रोजेक्ट्स के कार्यान्वयन से स्थानीय ग्रामीणों के लिए नए रोजगार अवसर पैदा होंगे। इसके अलावा, ये परियोजनाएं स्थानीय इंफ्रास्ट्रक्चर को भी मजबूती प्रदान करेंगी और क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
बरेठी सोलर पावर प्रोजेक्ट से न केवल छतरपुर जिले को एक नवीकरणीय ऊर्जा का स्रोत मिलेगा, बल्कि यह परियोजना पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। पर्यावरण के प्रति जागरूकता और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए इस प्रकार की परियोजनाएं बेहद अहम हैं। बरेठी में सोलर प्लांट के निर्माण कार्य के शुरू होने से पहले किसानों, स्थानीय समुदायों और सभी संबंधित पक्षों को समुचित जानकारी और सहयोग प्रदान किया जाएगा, ताकि यह परियोजना सफलतापूर्वक पूरी हो सके।
इनका कहना है
बरेठी सोलर पावर प्लांट की प्रक्रिया तेज गति से चल रही है और अगले महीने तक अवार्ड पारित होने के बाद कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह परियोजना भारत सरकार के सौर ऊर्जा मिशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इस प्रोजेक्ट के शुरू होने से नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन में बड़ा योगदान मिलेगा।
एसडीपी पांडेय, प्रबंधक, एनटीपीसी