छतरपुर. महर्षि विद्यामंदिर देरी रोड छतरपुर के छात्र और शिक्षक सर डॉ. हरि सिंह गौर को भारत रत्न सम्मान दिलाने के अभियान से जुड़ गए हैं। उन्होंने भारत के महान शिक्षाविद और समाजसेवी डॉ. हरि सिंह गौर को भारत रत्न से सम्मानित करने की अपील की है। इस उद्देश्य के लिए 530 छात्रों और शिक्षकों ने एक पोस्टकार्ड अभियान चलाया है, जिसमें वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से डॉ. हरि सिंह गौर को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने की मांग कर रहे हैं।
सागर विश्वविद्यालय के संस्थापक के सर गौर
डॉ. हरि सिंह गौर का भारतीय शिक्षा और समाज में अपार योगदान रहा है। वे सागर विश्वविद्यालय के संस्थापक थे और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान ने लाखों छात्रों के जीवन को आकार दिया। इसके अलावा, उन्होंने सामाजिक सुधार, उच्च शिक्षा, और भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए। उनका यह योगदान भारतीय समाज में लंबे समय तक याद रखा जाएगा।
शिक्षक बौले, प्रेरणास्रोत है डॉ. हरि सिंह गौर
प्राचार्य सीके शर्मा के निर्देशन में 500 पोस्टकार्ड लिखें गए। प्राचार्य सीके शर्मा ने कहा कि सर डॉ हरिसिंह गौर द्वारा राष्ट्र को एक उत्कृष्ट विश्वविद्यालय को स्थापित करने के लिए जो कार्य किया गया वो अकल्पनीय है। विद्यालय के समस्त शिक्षकों एवं विद्यार्थियों द्वारा उन्हें भारत रत्न दिलाने में अपनी अहम भूमिका एवं प्रयास जारी रखेगा। पोस्टकार्ड लेखन में शिक्षक पंकज जैन, इंदू सिंह, सरोज यादव, सोनल सक्सेना, कुलदीप खरे, प्रमोद शर्मा, सुधीर सेन, विजय निगम, अभिषेक खरे, राजेन्द्र सिंह, जितेंद्र विश्वकर्मा, आशीष वाजपेयी ने छात्रों को प्रेरित किया। कक्षा 7 वीं से लेकर 12वीं तक 530 विद्यार्थियों ने पोस्टकार्ड लिखकर डॉ हरिसिंह गौर को भारत रत्न देने की मांग की। कक्षा 10 वीं के हर्षवर्धन सिंह परिहार, आलोक पटेल, अथर्व गुप्ता, आराध्य सिंह, नैनसी राय, दीपाली वर्मा, स्वेता बुंदेला, कक्षा 9 वी की गरिमा सिंह, सौम्य तिवारी, आरुष अग्निहोत्री ने भारत रत्न देकर बुंदेलखंड को गौरांवित करने की अपील की। महर्षि विद्यामंदिर के छात्रों और शिक्षकों का मानना है कि डॉ. हरि सिंह गौर के योगदान को भारतीय समाज और शिक्षा क्षेत्र में आज भी गहरी श्रद्धा और सम्मान के साथ देखा जाता है। उनके द्वारा स्थापित सागर विश्वविद्यालय आज भी उच्च शिक्षा का प्रमुख केंद्र है, और उनकी नीतियां और विचार आज भी विद्यार्थियों और शिक्षा नीति निर्माताओं के लिए प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं।
व्यक्तिगत रुप से पीएम से की अपील
इस पोस्टकार्ड अभियान के तहत, छात्र और शिक्षक व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर अपील कर रहे हैं कि डॉ. हरि सिंह गौर के उत्कृष्ट कार्यों को मान्यता देने के लिए उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाए। यह पहल एक सामूहिक प्रयास है, जिसमें महर्षि विद्यामंदिर के छात्र-शिक्षक इस उद्देश्य के लिए एकजुट हुए हैं। इस अभियान का उद्देश्य केवल डॉ. हरि सिंह गौर को सम्मानित करना नहीं है, बल्कि यह भी दिखाना है कि हमारे देश में शिक्षा और समाज सुधार के क्षेत्र में योगदान देने वाले महान व्यक्तित्वों को उचित सम्मान मिलना चाहिए। यह एक पहल है जो देशवासियों को उनके महान कार्यों की सराहना करने और सम्मान देने के लिए प्रेरित करती है।