छतरपुर. केन बेतवा लिंक परियोजना से जिले में सबसे अधिक सिंचाई क्षेत्र का विकास लोअर टनल से किया जाएगा। मुख्य बांध से एक लोअर नहर बनाई जाएगी। इससे सिंचाई क्षेत्र विकसित किया जाएगा। लोअर टनल से 1 लाख 39 हजार 848 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई का विस्तार किया जाएगा। इसी प्रकार लिंक नहर पर पांच स्थानों पर पंप हाउस बनाए जाएंगे। इन पंप हाउस से सिंचाई के लिए सप्लाई होगा। पंप हाउस क्रमांक एक से 43678 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी। इसके साथ ही पंप हाउस नंबर दो और पंप हाउस नंबर तीन से मिलाकर 62 हजार 730 हैक्टेयर जमीन की सिंचाई का क्षेत्र विकसित किया जाएगा। इसके अलावा पंप हाउस नंबर 4 और 5 से मिलाकर 63 हजार 100 हेक्टेयर सिंचाई क्षेत्र का विकास होगा। मप्र जल संसाधन विभाग ने इस कमांड क्षेत्र के विकास की प्रक्रिया को शुरू कर दिया है। सबसे पहले डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
डीपीआर के बाद बिछाई जाएगी पाइप लाइन
चार एजेंसियों को डीपीआर बनाने के लिए टेंडर जारी किए गए हैं। डीपीआर बनने के बाद मुख्य नहर से खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए पाइप लाइन का जाल बिछाया जाएगा। लिंक नहर से पानी को भारी मशीनों से पंप करके हाई प्रेशर से पाइप लाइन के जरिए खेतों तक पहुंचाया जाएगा। इसमें भारी बिजली की खपत होगी। इस कारण सभी पंप हाउस के पास विद्युत सब स्टेशनों की स्थापना की जाएगी। छतरपुर जिले की राजनगर, लवकुशनगर, चंदला, गौरिहार, छतरपुर, बिजावर, सटई, महाराजपुर, नौगांव और बड़ामलहरा के हिस्से में सिंचाई क्षेत्र को विकसित किया जाएगा।
पंप हाउस के जरिए होगी सिंचाई
केन नदी से बेतवा नदी तक जाने वाले लिंक नहर पर पंप हाउस स्थापित किए जाएंगे। इन पंप हाउस से छतरपुर जिले में 3 लाख 9 हजार 356 हेक्टेयर जमीन की सिंचाई की जाएगी। मप्र जलसंसाधन विभाग ने पंप हाउस से खेतों तक पाइप लाइन का जाल बिछाने के लिए डीपीआर बनाने का काम शुरू कर दिए है। डीपीआर बनाने के लिए एजेंसियां नियुक्त करने विभाग ने टेंडर जारी कर दिए हैं।
11 किलोमीटर लंबी होगी सुरंग
केन नदी पर मुख्य बांध का निर्माण ढोडऩ गांव में हो रहा है। बांध से लिंक नहर के निर्माण के लिए 11 किमी लंबी सुरंग का निर्माण होगा। इसके बाद 212 किमी लंबी नहर का निर्माण किया जाना है। सुरंग का निर्माण के साथ ही 70 किलोमीटर लंबी लिंक नहर का निर्माण भी छतरपुर जिले में किया जाना है। यह नहर छतरपुर जिले के 49 गांवों से होकर गुजरेगी। इसके लिए 165 हेक्टेयर निजी जमीन और 1134 हेक्टेयर शासकीय भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है।
इनका कहना है
मुख्य नहर पर पंप हाउस के माध्यम से खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए सिंचाई कमांड क्षेत्र का विकास मप्र जलसंसाध विभाग की ओर से किया जा रहा है । कमांड क्षेत्र के विस्तार डीपीआर बनाए जाएंगे। डीपीआर निर्माण के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं।
निर्मल चंद जैन, ईई केन बेतवा लिंक प्रोजेक्ट