तमिलनाडु को रेल विकास परियोजनाओं के लिए रिकॉर्ड रु. 6,331 करोड़ और केरल को 2744 करोड़ का रिकॉर्ड परिव्यय मिला है। तमिलनाडु और केरल दोनों के लिए 2024-25 का परिव्यय 2009-2014 के औसत परिव्यय का 7 गुना है। रेलवे, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वित्तीय वर्ष 2024-2025 के लिए तमिलनाडु और केरल राज्यों में रेलवे परियोजनाओं के लिए राज्य-वार बजटीय आवंटन की घोषणा की। मंत्री ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 के लिए तमिलनाडु के लिए 6,331 करोड़ रुपए का रिकॉर्ड आवंटन किया गया है जो 2009-2014 के औसत परिव्यय 879 करोड़ रुपए का 7 गुना है।77 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास
मंत्री ने कहा कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत तमिलनाडु में 77 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। मंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में तमिलनाडु में 654 फ्लाईओवर-अंडर पास, 116 फुट ओवर ब्रिज चालू किए गए हैं और राज्य के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर 213 एक स्टेशन एक उत्पाद स्टॉल प्रदान किए गए हैं। मंत्री ने कहा कि तमिलनाडु में 98 प्रतिशत रेल नेटवर्क पहले ही विद्युतीकृत हो चुका है।जनता की मांग के आधार पर रामायण सर्किट
मंत्री ने विशेष रूप से अयोध्या को तमिलनाडु से जोड़ने वाले रामायण सर्किट के लिए रेलवे की योजना के सवाल पर कहा कि जनता की मांग के आधार पर ही योजना बनाई जाएगी। स्थानीय ईएमयू और डेमू में एसी कोचों की स्थिति पर उन्होंने कहा कि एसआर को 12 कार पूर्णतः वातानुकूलित ईएमयू रेक आवंटित किए गए हैं। एक बार ये रेक प्राप्त हो जाएंगे तो इन्हें सेवा में शामिल कर दिया जाएगा।