स्टालिन ने कहा विज्ञापन में लगाए गए आरोप अगर सही हैं तो पिछले दस सालों से सत्ता में होने के बाद भी एआईएडीएमके ने डीएमके सदस्यों के खिलाफ एक भी मामला दर्ज कर जेल क्युं नहीं भिजवाया। सच तो यह है कि पिछले दस सालों के शासन में एआईएडीएमके सिर्फ भ्रष्टाचार करने में व्यस्त थी। स्टालिन ने आरोप लगाया कि सरकार कर दाताओं के पैसे से विज्ञापन देने का काम कर रही है। मुख्यमंत्री एडपाडी के. पलनीस्वामी और उनके कैबिनेट मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाही की मांग करते हुए राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को सौंपे गए एक ज्ञापन को याद करते हुए स्टालिन ने कहा क्या सरकार के पास डीएमके के आरोपों का खंडन करने के लिए विज्ञापन देने का साहस है? उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ पार्टी के सदस्यों द्वारा 250 युवतियों का अपहरण कर बंगलों पर यौन उत्पीडऩ किया गया। उनका वीडियोग्राफी कर उनके अभिभावकों को भी भेजा गया। मै अभिभावकों की पीड़ा को अच्छे से महसूस कर सकता हूं, क्योंकि मै भी एक बेटी का पिता हूं।
क्या सरकार विज्ञापन जारी कर इससे किसी प्रकार का संबंध नहीं होने का दावा कर सकती है? अब जाकर सीबीआई ने उन्हें गिरफ्तार किया है। लेकिन सत्ता आने के बाद मै उन लोगों को नहीं छोडुंगा। स्टालिन ने कहा कि अन्य राज्यों में सिर्फ डीजीपी होते हैं, लेकिन तमिलनाडु में स्पेशल डीजीपी भी है जो यौन उत्पीडऩ का आरोपी है। क्या एआईएडीएमके सरकार उस घटना के संबंध में विज्ञापन जारी कर सकती है? उन्होंने मतदाताओं से गत लोकसभा चुनाव में जिस प्रकार से भाजपा को जीरो सीट मिली थी ठिक उसी प्रकार एआईएडीएमके को जीरो सीट देने का आग्रह किया।