इसी प्रकार कोझिकोड रेलवे स्टेशन का विकास दक्षिण रेलवे स्विस चैलेंज मेथड से कर रहा है। पारदर्शिता के लिए निविदा प्रक्रिया मॉडिफाइड स्विस चैलेंज पद्धति से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि छह अन्य रेलवे स्टेशन चेन्नई एगमोर, मदुरै, सेलम, पालक्काड, कोट्टायम तथा तिरुचिरापल्ली की पहचान रेलवे बोर्ड ने की है। इन स्टेशनों का पुनर्विकास 109.55 करोड़ की लागत से किया जाएगा। कुलश्रेष्ठ ने बताया कि उपनगरीय यात्रियों की कठिनाइयों पर विचार करते हुए एक नई पैसेंजर स्पेशल ईएमयू एक समय के लिए कांचीपुरम से मद्रास बीच तक चलाई जाती है। यह ट्रेन 6.10 बजे कांचीपुरम से चलती है। चेन्नई बीच से चेंगलपेट इएमयू सर्विसेज जो 18.40 बजे चलती है उसे कांचीपुरम तक चलाया जा रहा है। इसी प्रकार सप्ताह में पांच दिन पुदुचेरी चेन्नई एगमोर का विस्तार चेन्नई बीच तक किया गया है। इसका अतिरिक्त ठहराव गिंडी तथा माम्बलम में किया गया है। इस ट्रेन में 3 अतिरिक्त कोच जोड़े गए हैं।
उन्होंने बताया कि यूटीएस ऑन मोबाइल के जरिए 14.5 लाख यात्री प्रति महीने टिकट खरीदते हैं। इसके साथ ही विभिन्न स्टेशनों पर ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन (एटीवीएम) स्थापित की गई हैं। प्रतिदिन औसतन 1.80 लाख यात्री इस सुविधा का उपयोग करते हैं। दक्षिण रेलवे के संपूर्ण यात्री ढुलाई नेटवर्क में लेवर फ्रेम्स, सेमाफोरे तथा नील्स बाल टोकन इन्स्ट्रूमेंट के पुराने सिग्नलिंग सिस्टम को समाप्त किया गया है। इससे सिग्नल व्यवस्था में ट्रेन सेवाएं अबाध रूप से संचालित होंगी। सुरक्षा बढ़ाने के लिए सभी स्टेशनों पर 100 प्रतिशत ट्रैक सर्किटिंग मुहैया कराया गया है। इसके साथ ही 1263 स्टेशनों पर एलसी गेट की इन्टरलॉकिंग तथा 480 स्टेशनों पर डाटा लागर मुहैया कराया गया है। कोविलपट्टी के निकट लेवल क्रॉसिंग के स्थान पर एक सीमित प्रयोग वाला सब-वे बनाया गया वह भी रिकार्ड चार घंटे में। इसके बाद इसे यातायात के लिए खोला गया।
महाप्रबंधक ने बताया कि सेंट थामस माउंट के प्लेटफार्म संख्या 4 पर ट्रैक पुन: बनाने का काम शीघ्र शुरू किया जाएगा। इसके अलावा वर्ष 2018-19 के दौरान 12 और एस्केलेटर तथा 13 लिफ्ट शुरू करने की योजना है। उन्होंने बताया कि 16 स्टेशनों पर एसी पेड वेटिंग हाल, 17 स्टेशनों पर बैट्री संचालित कार तथा 24 स्टेशनों पर इमरजेंसी मेडिकल सहायता केंद्र तथा सात स्टेशनों पर एप्प आधारित कैब सर्विसेज मुहैया कराई गई है। रेल यात्रियों को स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने के लिए अब तक विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर 188 वाटर वेंडिंग मशीन स्थापित किए गए हैं।