भारत रत्न पुराच्ची तलैवर डॉ एमजीआर और पुराच्ची तलैवर अम्मा जे. जयललिता स्मारक काप्लेक्स को खोलने के बाद पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा अम्मा का शासन तमिलनाडु के लिए एक स्वर्ण शासन था। उन्होंने विभिन्न सेक्टरों में कई कल्याणकारी योजनाओं को लागू किया। इस स्मारक का निर्माण इसलिए हुआ है ताकि आने वाली पीढि़ को अम्मा के बारे में पता रहे। एमजीआर स्मारक की संगमरमर की पंखुडिय़ों को भी बदल दिया गया है। उन्होंने कहा कि आगामी विस चुनाव जितना एमजीआर और अम्मा के लिए एक आभार के तौर पर होगा।
सभी कार्यकर्ताओं को जीत सुनिश्चित करने की ओर कदम उठाने का संकल्प लेना चाहिए। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम के अलावा कई अन्य नेता भी उपस्थित थे। 50 हजार स्क्वायर फीट के दायरे में तैयार हुए स्मारक में एक अत्याधुनिक संग्रहालय और एक ज्ञान पार्क है। संग्रहालयम में ऑडियो विजुअल प्रस्तुतियों, तस्वीरों और आभासी वास्तविकता के माध्यम से जयललिता के जीवन की घटनाओं का एक समूह होगा, जबकि ज्ञान पार्क में उनकी उपलब्धियों की डिजीटल रूप से दर्शाया जाएगा।
स्मारक में अम्मा का एक आदमकद प्रतिमा भी स्थापित किया गया है। स्मारक के उद्घाटन को ध्यान में रखते हुए सुबह से ही यातायात प्रभावित हुए, क्योंकि राज्य भर के पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता हाथों में पार्टी का झंडा लेकर मरीना बीच पर पहुंचे थे। कार्यक्रम में शामिल होने वाले कार्यकर्ताओं के लिए मोबाइल टॉयलेट, पेयजल और खाने की व्यवस्था भी की गई थी। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने 2018 में स्मारक की आधारशीला रखी थी।