मुणोत इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण क्लस्टर -2 तिरुपति में 165 करोड़ रुपये के परिव्यय से अत्याधुनिक लिथियम सेल निर्माण सुविधा स्थापित की है। यह लिथियम सेल फैक्ट्री भारत में अपनी तरह की पहली फैक्ट्री है जिसे किसी भारतीय कंपनी द्वारा विकसित और संचालित किया गया है। यह 30 एकड़ के भूखंड पर 15,000 वर्ग मीटर के निर्मित क्षेत्र में स्थित है। चेन्नई में बुधवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कंपनी के वाइस चेयरमैन जसवंत मुणोत ने कहा कि वर्तमान में भारत मुख्य रूप से चीन, दक्षिण कोरिया, वियतनाम और हांगकांग से लिथियम आयन सेल की पूरी आवश्यकताओं का आयात करता है।
उन्होंने कहा कि स्थापित क्षमता (चरण 1) 270 मेगावाट है और प्रतिदिन 10एएच क्षमता के 20,000 सेल का उत्पादन कर सकती है। इनका उपयोग पावर बैंक में किया जाता है और यह क्षमता भारत की वर्तमान आवश्यकता का लगभग 60 प्रतिशत है। फैक्ट्री अन्य उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे मोबाइल फोन, सुनने योग्य और पहनने योग्य उपकरणों के लिए भी सेल का उत्पादन कर सकती है। भारत में पहली कंपनी होने के नाते उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में बाजार की संभावनाएं बहुत बड़ी हैं। यह सुविधा 250 से अधिक व्यक्तियों को रोजगार देगी। मुनोथ इंडस्ट्रीज का चीन स्थित टियांजिन लिशेन और बीपीआई के साथ तकनीकी टाइअप है। उन्होंने कहा कि कंपनी ऊर्जा भंडारण प्रणाली को पूरा करने के लिए चरण 2 और ईवी खंड को पूरा करने के लिए चरण 3 को 635 करोड़ रुपये के और निवेश के साथ स्थापित करेगी। तीसरे चरण के बाद यह 1.25 गीगावॉट की कंपनी बन जाएगी और इसमें करीब 800 लोगों को रोजगार मिलेगा।
उन्होंने कहा कि कंपनी 16 सितंबर को पूर्ण लिथियम सेल निर्माण लाइन का प्री-प्रोडक्शन रन शुरू करेगी। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर तिरुपति में इसकी शुरुआत करेंगे। कारखाने का व्यावसायिक उत्पादन और औपचारिक उद्घाटन अक्टूबर 2022 के मध्य में होगा। इस मौके पर कंपनी के प्रबंध निदेशक विकास मुणोत ने भी विचार व्यक्त किए।