आइआइटीएम के निदेशक प्रोफेसर वी. कामकोटि और आइआइटी रोपड़ के निदेशक प्रोफेसर राजीव आहूजा ने इस संबंध में बुधवार को एमओयू पर हस्ताक्षर किए। आइआइटी मद्रास के निदेशक प्रो. वी. कामकोटि ने इस करार के बारे में कहा, इससे विशेष रूप से ग्रामीण भारत के योग्य छात्रों को शानदार करियर बनाने में काफी मदद मिलेगी। आइआइटी रोपड़ के निदेशक प्रोफेसर राजीव आहूजा ने कहा, ‘‘हम ने एक नए दौर में कदम रखा है और उत्साहित हैं कि इससे शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में बड़े बदलाव की जमीन तैयार होगी। इस साझेदारी से उच्च शिक्षा और अनुसंधान के नए रास्ते बनेंगे और सफलता के नए मानक स्थापित होंगे।
अब तक तीस हजार छात्र हुए लाभान्वित आइआइटी मद्रास ने डेटा साइंस और एप्लिकेशन में 4 वर्ष का बीएस प्रोग्राम जून 2020 में शुरू किया था। यह एक यूनिक प्रोग्राम है जिसके तहत ऑनलाइन सामग्री प्रदान कर और व्यक्तिगत मूल्यांकन के माध्यम से उच्च गुणवत्ता के साथ प्रशिक्षण सुनिश्चित किया जाता है। अब तक 30,000 से अधिक छात्र इससे लाभान्वित हुए हैं।
एमओयू का विद्यार्थियों को लाभ ●आइआइटीएम बीएस (डेटा साइंस) डिग्री के चुने हुए छात्रों को आइआइटी रोपड़ के एमएस प्रोग्राम में गेट परीक्षा के बिना सीधे प्रवेश ●वे एक साल तक आइआइटी रोपड़ में पढ़ सकेंगे
●वे गर्मियों में आइआइटी रोपड़ के रिसर्च प्रोग्राम के लिए आवेदन कर सकेंगे ●वे आइआइटी रोपड़ के फैकल्टी के अंदर प्रोजेक्ट और इंटर्नशिप कर पाएंगे