हनुमान जी के प्रति अटूट श्रद्धा एवं भक्ति-भाव
मेरे पिता हनुमान जी के भक्त हैं। मैं स्वयं भी रोजाना पूजा-पाठ करता हूं। पिताजी की हार्दिक इच्छा थी कि गांव में हनुमानजी का मंदिर बने। पिताजी की इच्छा एवं उनकी हनुमान जी के प्रति अटूट श्रद्धा एवं भक्ति-भाव होने के चलते हनुमान जी का मंदिर बनाने का विचार आया। पिछले साल गांव में हनुमान जी के मंदिर का निर्माण शुरू किया और अब मंदिर बनकर तैयार हो गया। प्रतिष्ठा के बाद मंदिर में नियमित रूप से पूजा-अर्चना होने से सभी भक्तों को इसका लाभ मिल सकेगा। बचपन में हम जहां पले-बढ़े, खेले-कूदे। वे पुरानी स्मृतियां भी इससे ताजा हो गई।
बजरंग सिंह राजपुरोहित, चेन्नई प्रवासी।