सत्ता संभालते ही किसानों का कर्जा और गोल्ड लोन होगा माफ : स्टालिन
चेन्नई. डीएमके अध्यक्ष एम. के. स्टालिन ने बुधवार को वादा किया कि सत्ता संभालते ही डीएमके किसानों का कर्जा और गोल्ड लोन माफ करेगी।
गुम्मिडीपूण्डी के निकट नथम गांव में समत्व पोंगल समारोह में शामिल हुए स्टालिन ने कहा कि विधानसभा चुनाव में जीतकर सत्ता संभालने के बाद डीएमके किसानों को सहकारी कर्जा और गोल्ड लोन माफ करेगी।
स्टालिन ने कहा अगले चार महीने में सत्ता परिवर्तन तय है। राज्य की जनता इसके लिए तैयार हो गई है। स्वर्गीय एम. करुणानिधि और जे. जयललिता के शासनकाल में केंद्र सरकार राज्य में नीट को प्रवेश नहीं दे पाई थी। लेकिन मौजूदा एआईएडीएमके सरकार भ्रष्टाचार के आरोपों से बचने के लिए केंद्र के आगे नतमस्तक होते हुए नीट की अनुमति दे चुकी है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एम. के. स्टालिन ने आरोप लगाया कि तंदै पेरियार के नाम से स्थापित समत्वपुरम की एआईएडीएमके सरकार पूरी तरह उपेक्षा कर रही है। १९५७ में अपना पहला विधानसभा चुनाव जीतने वाले करुणानिधि ने उस वक्त भी किसानों का ही मसला उठाया था। फिर डीएमके शासनकाल में ही किसानों की बसावट वाली भूमि का स्वामित्व उनके नाम करने का बिल पास किया गया।
स्टालिन ने याद दिलाया कि डीएमके ने २००६ में अपने शासन में किसानों का ७ हजार करोड़ का सहकारी ऋण माफ किया था। डीएमके शासन सदैव किसान हितैषी रहा है। आगामी चुनाव के बाद बनने वाली डीएमके सरकार उनका कर्जा माफ करेगी।