द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। लोकसभा और राज्यसभा सहित उसके 30 सांसद हैं। विधानसभा चुनाव में स्टालिन के नेतृत्व में डीएमके ने 2021 में दस साल बाद सरकार बनाई। जीत का यह क्रम शहरी और ग्रामीण पंचायत चुनावों में भी जारी रहा। तमिलनाडु में कांग्रेस, वामदलों, एमडीएमके और अन्य क्षत्रप दलों ने उनको अपना नेता मान लिया।
राष्ट्रीय राजनीति में दखल
रणनीतिकारों के अनुसार स्टालिन की महत्वकांक्षा राष्ट्रीय राजनीति में भी प्रबल रही हैं। वे अपने पिता की तरह ‘किंगमेकर’ की भूमिका में स्वयं को देखना चाहते हैं। पिछले कुछ सालों से उनकी और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से भी नजदीकियां बढ़ी हैं। एक तरफ कांग्रेस तो वे दूसरी ओर भाजपा को टक्कर दे रही ममता बनर्जी की टीएमसी और दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल की आप के साथ भी निकटता बनाए हुए हैं। दिल्ली में भी उन्होंने अपने इरादे स्पष्ट किए कि भाजपा से देश को बचाने के लिए विपक्ष को लामबंद होना होगा। आप जैसी पार्टियों के साथ तालमेल बैठाने अप्रत्यक्ष नसीहत में स्टालिन ने कांग्रेस को ‘सैद्धांतिक मित्रता’ का सुझाव दिया।
लोहा लेने में आगे
स्टालिन उन मुख्यमंत्रियों में अग्रणी हैं जो केंद्र की नीतियों से डटकर मुकाबला कर रहे हैं। पार्टी नीट, त्रिभाषाई फार्मूला, सीएए, बांध सुरक्षा बिल, जीएसटी क्षतिपूर्ति, राज्य की स्वायत्तता, सामाजिक न्याय, सामुदायिक सहिष्णुता और धर्मनिरपेक्षता के मसलों पर अपनी बात को मुखर करती आ रही है। उन्होंने पहली बार केंद्र सरकार (सेंट्रल गवर्नमेंट) की जगह संघीय सरकार (यूनियन गवर्नमेंट) का उपयोग किया।
अण्णा-कलैंजर अरिवालयम
तमिलनाडु में सामाजिक न्याय की आवाज उठाने वाले डीएमके संस्थापक सी. एन. अण्णादुरै और एम. करुणानिधि के नाम अरिवालयम (ज्ञान केंद्र) से डीएमके का दफ्तर खुल चुका है। इस कार्यालय के उद्घाटन समारोह में कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, वरिष्ठ वामनेता डी. राजा, सीताराम येचुरी, नैशनल कांफ्रेस नेता फारुख अब्दुल्ला, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव सहित अन्य बड़ी हस्तियां उपस्थित थी। इन नेताओं को एक मंच पर लाने के एक दिन पहले ही स्टालिन ने पूरा दिन दिल्ली में बिताया और सीएम अरविन्द केजरीवाल व उनके विकास मॉडल को अपनाने का संकल्प कर अपनी राजीतिक जिजीविषा स्पष्ट कर दी थी। स्टालिन की इस तरकीब को सियासी चश्मे से और 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार करने के रूप में देखा जा रहा है।