chennai news in hindi: तिरुनीरमलै झील की सफाई के लिए आगे आए युवा
चेन्नई. तिरुनीरमलै Thiruniramalai झील आमजन की उपेक्षा और अधिकारियों के नीरस रवैये का शिकार हो रही है। एक समय था जब इस झील से इलाके के लोगों की सिंचाई व घरेलू जरूरतें पूरी होती थी। वर्तमान में यह झील मृतप्राय होती जा रही है। इस झील में कचरा, नालों का पानी व अन्य अवसाद बहाया जा रहा है।
तमिलनाडु tamilnadu में जल संकट water r crisis को देखते हुए अब कई लोगों का ध्यान इस जलस्रोत को बचाने और इसकी सफाई की ओर गया है। इलाके के १२ युवाओं के समूह ने इस झील को साफ करने का बीड़ा उठाया है।
इस युवा समूह ने झील को प्लास्टिक और बॉयो-डीग्रेडेबल अपशिष्ट से मुक्त करने का अभियान शुरू किया है। इस लेक में नालों का पानी, इंडस्ट्री व चर्म शोधालय, सरकारी अस्पताल, आस-पास के इलाकों नगालकेनी, लक्ष्मीपुरम, पचिमलै, कडापेरी समेत अन्य इलाकों का कचरा बहाया जा रहा है। इलाके के निवासी विंसेंट का कहना है कि हमने कई बार संबंधित अधिकारियों को लेक में फैल रहे प्रदूषण के बारे में सूचित किया। वीडियो पिक्सर्च भी सौपें जिनमें उद्योगों का बेकार पानी छोड़ा जाता है। मीडिया में जब यह खबर आई कि लेक का पानी पीने लायक नहीं रहा, लोगों की चिंता और बढ़ गई।
रिपोर्ट में बताया गया है कि चेन्नई मेट्रो वाटर एंड सीवेज बोर्ड ने १३ झीलों की जांच की जिनसे अतिरिक्त पीने का पानी मिलता है। इन्हीं में से तिरुनीरमलै झील का पानी अत्यंत प्रदूषित है। कुछ महीने पहले झील का पानी सूखने लगा और इस पानी में रहने वाली मछलियां भी मरने लगी। इन मछलियों को झील के इलाके में ही दफना दिया गया।
तिरु का कहना है कि हम अपने पहले चरण के तहत लेक से पहले प्लास्टिक और नॉन बायो-डीग्रेडेबल अवसाद की सफाई करेंगे। इस कचरे को स्थानीय निकाय को भेज दिया जाएगा जिससे इसका उपयुक्त निस्तारण हो सके। उसका कहना था कि हम लोक निर्माण विभाग को एक आवेदन देने वाले हैं कि लेक से गाद निकाली जाय। इसके अलावा बिना ट्रिटेड पानी का लेक में निस्तारण न हो इसके लिए बड़ा अभियान शुरू करने की योजना में है। युवाओं की योजना है कि वे इलाके के लोगों को लेक में गंदगी व कचरा बहाने से रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाएंगे।