आसपास रहने वाले स्थानीय लोगों एवं व्यापाारियों का कहना है कि यहां आए दिन कचरे के ढेर लगे ही रहते हैं। मुल्ला साहिब लेन में सफाई की पुख्ता व्यवस्था होनी चाहिए। नियमित सफाई होने पर ही यह इलाका साफ-सुथरा रह सकता है। मुल्ला साहिब लेन प्रमुख चौराहा है जहां से प्रतिदिन हजारों लोग गुजरते हैं। लेकिन मुख्य मार्ग पर इस तरह गंदगी के ढेर लगे हुए देख लोग निगम को कोसते हुए निकल जाते हैं। इसी इलाके में दिन भर गायों का विचरण भी होता रहता है। सुबह के समय तो कई बार वाहन चालक घायल हो चुके हैं। दिनभर लावारिश गायें गलियों में घूमती रहती है। इससे बुजुर्गों, महिलाओं एवं स्कूली बच्चों को भी परेशानी होती है। सुबह-सुबह स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों को कई बार गायें घायल कर चुकी है।
व्यापारियों एवं स्थानीय लोगों को कहना है कि निगम को इस ओर ध्यान देना चाहिए। तिरुपल्ली स्ट्रीट एवं मुल्ला साहिब लेन सरीखे प्रमुख मार्गोंं पर नियमित सफाई के साथ ही अन्य माकूल व्यवस्थाओं पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
तिरुपल्ली स्ट्रीट में कचरा पूरे इलाके में फैल कर सडक़ तक आ चुका है। लेकिन सफाईकर्मियों का ध्यान इस ओर नहीं है। मुल्ला साहिब लेन एवं तिरुपल्ली स्ट्रीट के कॉर्नर पर कई दिनों से कचरा अपने हाल पर छोड़ दिया है।
पास में ही तिरुपल्ली लेन में मंदिर बना हुआ है जहां रोजाना भक्तगण दर्शन के लिए आते हैं। वहीं तिरुपल्ली स्ट्रीट से मिन्ट स्ट्रीट जाने का रास्ता मुल्ला साहिब लेन होकर ही जाता है। लेकिन मुल्ला साहिब लेन में प्रवेश करते ही सबसे पहले गंदगी के ढेर नजर आते हैं। इससे लोगों को नाक-भौंह सिकोडक़र चलना पड़ता है। कचरा कई दिनों से फैला हुआ है। सफाईकर्मियों का शायद इस ओर ध्यान ही नहीं गया है। ऐसे में कचरा अपने हाल ही छोड़ देने से बीमारियां फैल सकती है।
सफाई में सुधार की जरूरत
इलाके में सफाई की पुख्ता व्यवस्था का अभाव है। साहुकारपेट की प्रमुख गलियों में शुमार तिरुपल्ली स्ट्रीट में कुछ दिनों पहले ही सीमेन्ट कंक्रीट की सडक़ तो बना दी गई है लेकिन सफाई के हालात में खास सुधार नहीं देखने को मिल रहा है। करणसिंह भावण्डा, व्यापारी।
लावारिश जानवरों के दुर्घटनाएं
साहुकारपेट में लावारिश जानवरों के चलते कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। कई बार स्कूल के बच्चे चोटिल हो चुके हैं। प्रशासन को इस तरफ ध्यान देना चाहिए तथा व्यवस्था में सुधार किया जाना चाहिए।
जयराम देवासी, व्यापारी।