चंडीगढ़। देश के सबसे उम्रदराज मुख्यमंत्री के तौर पर सेवारत प्रकाश सिंह बादल गुरुवार को 89 साल के हो गए। बादल को पारिवारिक सदस्यों और करीबी लोगों ने शुभकामनाएं दीं, जिसे उन्होंने खुशी से स्वीकार किया। वह मोगा जिले में शिरोमणि अकाली दल और पंजाब सरकार की ओर से एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगे।बादल का जन्म दक्षिणपश्चिमी पंजाब में मालौत के पास अबुल खुराना गांव में आठ दिसंबर 1927 को हुआ था। वह 1970-71, 1977-1980,1997-2002, 2007-2012 और 2012 से लेकर वर्तमान समय तक कुल मिलाकर पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वह मार्च 2007 से लगातार सत्ता में हैं। मोरारजी देसाई की सरकार में थोड़े समय के लिए वह केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। एक साधारण कृषि पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाले बादल ने 1947 में सरपंच बनकर राजनीति के मैदान में कदम रखा।कांग्रसे पार्टी के टिकट पर वह 1957 में पंजाब विधानसभा के लिए चुने गए। बाद में कांग्रेस से मतभेदों के चलते उन्होंने इसे छोड़ दिया। अपनी हाजिरजवाबी और मजाकिया अंदाज के लिए मशहूर बादल को मोदी सरकार ने 2015 में देश के दूसरे सबसे बड़े सम्मान पद्मविभूषण से सम्मानित किया। सार्र्वजनिक तौर पर पिछले 70 सालों से पंजाब में उनका प्रभाव कायम है। अगले साल पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बादल पूरी तरह से आशान्वित है कि उन्हें जनता 10 साल और काम करने का मौका देगी। बादल के बेटे सुखबीर सिंह बादल पंजाब के उप मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष हैं। बादल की बहू हरसिमरत कौर बादल केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हैं।