चंडीगढ़ पंजाब

करतारपुर कॉरिडोर का शिलान्यास,सियासी नारेबाजी के साथ सुनाई दिए चेतावनी के स्वर

अकाली दल के नेताओं ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ के खिलाफ नारेबाजी करते हुए समारोह स्थल छोडा, तो कांग्रेस नेताओं ने भी जवाबी नारेबाजी की…

चंडीगढ़ पंजाबNov 26, 2018 / 05:36 pm

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(चंडीगढ): भारत के हिस्से में सोमवार को पाकिस्तान स्थित प्रमुख सिख तीर्थ करतारपुर को जोडने वाले कॉरिडोर का शिलान्यास कर दिया गया। उपराष्ट्रपति वैंकैया नायडू ने पंजाब के गुरूदासपुर जिले के डेरा बाबानानक में डिजिटल प्रणाली से बटन दबाकर शिलान्यास किया।


इस समारोह में भारत और पाकिस्तान के बीच अमन की पुरजोर कामना व्यक्त की गई लेकिन चेतावनी के सुर भी सुनाई दिए। जब उपराष्ट्रपति ने केन्द्र और राज्य को मिलकर टीम इंडिया की तरह काम करने की नसीहत दी, तो सियासी मतभेद भी नारेबाजी से सामने आ गए।


करतारपुर द्धार की घोषणा

अकाली दल के नेताओं ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ के खिलाफ नारेबाजी करते हुए समारोह स्थल छोडा, तो कांग्रेस नेताओं ने भी जवाबी नारेबाजी की। समारोह में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने करतारपुर कॉरिडोर खोलने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का अभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस कॉरिडोर से करतारपुर जाने के लिए वीजा की जरूरत नहीं है। यह दर्शनों के लिए खुला रास्ता है। अमरिंदर सिंह ने लगे हाथों मंच पर मौजूद सडक परिवहन और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से अनुमति लेकर भारत की ओर साकिस्तान सीमा पर विशाल करतारपुर द्वार बनाए जाने का ऐलान भी कर दिया।

 

सीएम ने बताया पाकिस्तान नहीं जाने का कारण


अमरिंदर सिंह ने इसके साथ ही पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि जनरल बाजवा सेवा में उनसे पीछे हैं। जनरल मुशर्रफ को भी उनके बाद कमीशन मिला था। अमरिंदर सिंह ने कहा कि हर फौजी को पता होता है कि दूसरा फौजी क्या सोच रहा है। पाकिस्तान की फौज को यह किसने सिखाया कि सीमा पर गश्त करते जवानों की हत्या की जाए। अमृतसर,पठानकोट और दीनानगर में हमले किए जाएं। यह बुजदिली है। निरंकारी सत्संग हाल में किए गए ग्रेनेड विस्फोट में तीन निर्दोष मारे गए। निर्दोषों को मारना फौज की शिक्षा नहीं है। यह कायरों की शिक्षा है। जनरल बाजवा याद रखें कि हमारी रगों में भी पंजाबी खून है। हमारे पास पांकिस्तान से बडी फौज है और हम जवाब देने के लिए तैयार हैं लेकिन हम शांति और भाईचारा चाहते हैं। पंजाब को क्या समझा है कि जो चाहो वो करो। इसीलिए 28 नवम्बर को करतारपुर कॉरिडोर के लिए पाकिस्तान में होने वाले शिलान्यास समारोह में मैं नहीं जाना चाहता। पंजाब व पंजाबियों की रक्षा मेरा धर्म है। पाकिस्तान में सभी कुछ फौज के अधीन है। मुंबई हमले के दस साल पूरे हुए है। अभी करतारपुर जाने के लिए पाकिस्तान से गुजरना होगा। मौजूदा हालात में मैं पाकिस्तान नहीं जाना चाहता हूं। अगले साल नवम्बर में पहले जत्थे के साथ करतारपुर जाना चाहूंगा।

 

कांग्रेस—अकाली दल आएं आमने—सामने

समारोह में पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड ने भी संबोधित किया। जाखड ने अपने संबोधन के दौरान जैसे ही पंजाब में व्याप्त नशे की समस्या का जिक्र किया तो अकाली दल के पूर्व मंत्री विक्रम मजीठिया के नेतृत्व में अकाली दल नेताओं ने उनके खिलाफ नारेबाजी की। अकाली दल नेता नारेबाजी करते हुए समारोह स्थल से बाहर चले गए। जवाब में कांग्रेस नेताओं ने भी नारेबाजी की। हंगामे के कारण जाखड अपना भाषण पूरा नहीं कर पाए। केन्द्रीय सडक परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी समारोह को संबोधित किया ओर कहा कि पंजाब में करोडों की लागत से राष्ट्रीय राजमार्ग बनवाए गए है। आगे भी सहयोग जारी रखेंगे। राज्य सरकार के सहयोग से डिप इरीगेशन के बडे प्रोजेक्ट हाथ में लिए गए है।

 

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