दरअसल जनपद न्यायालय द्वारा 2014 से 2019 के बीच पकड़े गए 232 मुकदमों में लगभग 30 हजार लीटर शराब को नष्ट करने का आदेश चंदौली पुलिस को जारी किया गया था। कोर्ट की अनुमति मिलने के बाद सैयदराजा कोतवाली पुलिस ने कोतवाली क्षेत्र के नौबतपुर में कर्मनाशा नदी की तलहटी में शराब को नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू की। इस दौरान तीन जेसीबी से कर्मनाशा नदी में गड्ढा बनाया गया। इसके बाद ट्रक और ट्रैक्टर के माध्यम से शराब को सैयदराजा कोतवाली से नदी तक लाया गया। शराब की बोतल और कार्टून पैकेट को गड्ढे में डालकर जेसीबी के द्वारा मिट्टी से पाट दिया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में मौके पर तमाशबीन इकट्ठा हो गए। यह कार्यवाही यूपी-बिहार सीमा पर हुई जबकि बिहार में शराब बंदी है।
बड़ी संख्या में पहुंची भीड़ जेसीबी से काफी लंबा, चौड़ा व गहरी खोदाई कराई गई। दर्जनों मजदूरों की मदद से ट्रकों व टैक्टरों में लदा शराब गड्ढों में डालकर मिट्टी से ढक दिया गया। एसपीओ बंगाली, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाबू रउफ, आबकारी निरीक्षण ज्ञान प्रकाश सिंह, कोतवाल लक्ष्मण पर्वत और भारी पुलिस बल तीन जेसीबी लेकर नौबतपुर बार्डर स्थित कर्मनाशा नदी किनारे पहुंची। पुलिस की शराब को नष्ट करने की कार्रवाई को देखने के लिए बड़ी संख्या में बिहार से लोग कर्मनाशा नदी पहुंच गए। इस दौरान सड़क किनारे लोगों की भीड़ जुटी रही।