तेज़ी से बढ़ रही है डिमांड
सोशल सेक्टर एक समय में भारत में सिर्फ एक कॉन्सेप्ट हुआ करता था। पर असीम संभावनाओं और भरमार अवसरों के चलते इस सेक्टर की डिमांड में देश में समय के साथ तेज़ी देखने को मिल रही है।
यह भी पढ़ें :- IIT Delhi करने जा रहा है एक दशक बाद यह बड़ा बदलाव, जानिए क्या
क्या है स्कोप?
पूर्ण समर्पित करियर के लिए सोशल सेक्टर में लोगों की दिलचस्पी बढ़ने से इस सेक्टर में स्कोप भी बढ़ रहा है। आज युवा ही नहीं, मिडिल और सीनियर उम्र वर्ग के लोग भी इस सेक्टर की ओर बढ़ रहे हैं। इससे समाज के विकास में भी सहायता मिलती है।
ज़रूरी स्किल्स
सोशल सेक्टर के लिए किसी ऐसी स्किल की ज़रुरत नहीं होती जिसे सीखना बहुत ही मुश्किल हो या जिसमें लंबा समय लगे। इसके लिए बेसिक सोशल स्किल्स की ज़रुरत होती है, जिसमें आपका एटीट्यूड और बोलचाल का ढंग ऐसा होना चाहिए जिससे आप लोगों को प्रभावित कर सके। साथ ही एक न्यायसंगत समाज के लिए योगदान दे सके। इन सोशल सेक्टर में कई गैर सरकारी संगठन और सिविल सोसाइटी संगठन भी कार्यरत हैं। साथ ही बेसिक सोशल स्किल्स डेवलपमेंट के लिए कई ट्रेनिंग प्रोग्राम भी चलाए जाते हैं।
यह भी पढ़ें :- बदलते दौर को देखते हुए IIT Bombay ने किया यह बदलाव, जानिए छात्रों को क्या होगा फायदा