सिमोन ने खलीज टाइम्स से कहा, मुझे ईमानदारी से ऐसा लगता है कि इन विश्व विद्यालयों में चुने जाने के पीछे कोई रहस्य नहीं है। पूरी प्रक्रिया अपने आप को तलाशने में है। हर किसी के पास कुछ न कुछ अनोखा होता है। पढ़ाई के साथ-साथ वह एक निपुण पियानोवादक भी हैं और भारत में मानव तस्करी पर एक किताब भी लिख चुकी हैं जिसका नाम ‘द गर्ल इन द पिंक रूम’ है।
जब सिमोन से यह पूछा जाता है कि वह किस विश्वविद्यालय को चुनेंगी तो वह कहती हैं कि उनका निर्णय इस बात पर निर्भर करेगा कि कौन सा विश्वविद्यालय इंटरनेशनल रिलेशन्स और इकोनॉमिक्स में बेहतर प्रोगाम ऑफर करता है।