जयपुर। टीवी चैनलों की दुनिया में खुद को एक इंजीनियर के रूप में स्थापित करने के लिए आप के लिए कई कोर्स हैं जिन्हें आप अपने लिए चुन सकते हैं। ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की ही एक ब्रांच है। इसमें रेडियो, टेलीविजन ब्रॉडकास्टिंग में सिग्नल स्ट्रेंथ, साउंड व कलर्स रेंज के लिए डिवाइस के बारे में जानकारी दी जाती है। इसमें इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर इंजीनियरिंग, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड ऑडियो इंजीनियरिंग भी शामिल हैं। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के दो प्रमुख एरिया, ऑडियो इंजीनियरिंग और रेडियो फ्रीक्रेंसी इंजीनियरिंग भी ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग से संबंधित हैं।
अंडरग्रेजुएट इंजीनियरिंग कोर्स में मुख्य विषय के तौर पर ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग नहीं पढ़ाया जाता है। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर इंजीनियरिंग, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड ऑडियो इंजीनियरिंग में चार वर्षीय बैचलर्स कोर्स कर चुके छात्र पीजी स्तर पर इसमें विशेष कोर्स कर सकते हैं। वहीं, सीधे ब्रॉडकास्टिंग फर्म्स के साथ काम शुरू कर सकते हैं।
इसके अलावा कुछ संस्थानों में इस विषय में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स भी कराए जाते हैं। इनमें दाखिला लेने के लिए मैथ्स और फिजिक्स जैसे विषयों सहित साइंस में बारहवीं उत्तीर्ण होना जरूरी है।